Cyber Crime : बैंक अधिकारी बन साइबर ठग ने लगाई 22 लाख की चपत, '1 रुपया कटेगा' बोलकर कराया ऐप डाउनलोड
वाराणसी में एक साइबर जालसाज ने खुद को बैंक अधिकारी बताकर एक बुजुर्ग से 22 लाख रुपये की ठगी की। उसने 'एक रुपये कटेगा' बोलकर एक ऐप डाउनलोड कराया, जिसके बाद खाते से बड़ी रकम निकाल ली गई।

Varanasi News : वाराणसी में साइबर अपराध का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक साइबर जालसाज ने खुद को बैंक अधिकारी बताकर एक बुजुर्ग व्यक्ति को 22 लाख रुपये का चूना लगा दिया। यह घटना हुकुलगंज निवासी 66 वर्षीय शशिकांत गुप्ता के साथ हुई, जब उन्होंने इंटरनेट बैंकिंग सुविधा के लिए एक फेसबुक वेबसाइट का सहारा लिया। मामले में साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
शशिकांत गुप्ता ने पुलिस को बताया कि उनका खाता पंजाब नेशनल बैंक में है। वे इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा लेने के लिए फेसबुक पर मिली एक वेबसाइट (www.pnbindia.in) से एक एप्लीकेशन डाउनलोड करने का प्रयास कर रहे थे। किसी कारणवश वह एप्लीकेशन डाउनलोड नहीं हो पाया। इसके कुछ देर बाद अमित मिश्रा नामक व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और खुद को पंजाब नेशनल बैंक का अधिकारी बताया। उसने शशिकांत गुप्ता से कहा कि वह अभी पीएनबी का एप्लीकेशन डाउनलोड करने का प्रयास कर रहे थे और वह उनके मोबाइल फोन में उसे डाउनलोड करवाने में मदद करने के लिए फोन कर रहा है।
अमित मिश्रा के बताए अनुसार, शशिकांत गुप्ता ने एक एप्लीकेशन डाउनलोड किया। जालसाज ने उनसे कहा कि उनके खाते के वेरिफिकेशन के लिए केवल एक रुपये कटेगा। कुछ समय बाद शशिकांत गुप्ता ने देखा कि उनके मोबाइल फोन में एक 'एसएमएस फॉरवर्डर ऐप' भी डाउनलोड हो गया है। सोमवार को उन्हें जानकारी हुई कि उनके खाते से कुल 22 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं।
इस संबंध में साइबर क्राइम थाना प्रभारी ने बताया कि शशिकांत गुप्ता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने लेनदेन से संबंधित फोन नंबरों और बैंक अकाउंट नंबरों की मदद से मामले की जांच शुरू कर दी है।
सिपाही से भी 86 हजार की साइबर ठगी:
इसी तरह की एक और साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें ट्रैफिक पुलिस के सिपाही अजय कुमार 86 हजार रुपये की धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं। अजय कुमार ने अपना आरबीएल बैंक का क्रेडिट कार्ड ब्लॉक करने के लिए एक एजेंट 'सूर्या' से संपर्क किया था, जिसके बाद उनके क्रेडिट कार्ड से 86 हजार रुपये की साइबर ठगी कर ली गई। कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ये घटनाएं एक बार फिर साइबर जालसाजों की बढ़ती गतिविधियों और उनके नए-नए तरीकों को उजागर करती हैं। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर कोई भी एप्लीकेशन डाउनलोड न करें, खासकर यदि वह बैंक या वित्तीय संस्थान से संबंधित हो। बैंक कभी भी फोन पर आपसे ओटीपी या कोई गोपनीय जानकारी नहीं मांगते हैं। किसी भी संदेहास्पद कॉल या मैसेज पर सतर्क रहें और सीधे अपने बैंक से संपर्क करें।