Lucknow लखनऊ: आतंकवाद कुत्ते की पूंछ है, ऑपरेशन सिंदूर से मिला दुनिया को संदेश - CM योगी - Sampann Bharat News

लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस के उद्घाटन पर सीएम योगी का बयान, आतंकवाद कुत्ते की पूंछ है, ऑपरेशन सिंदूर से दुनिया को संदेश, यूपी में डिफेंस कॉरिडोर से बढ़ेंगे रोजगार।

Lucknow लखनऊ: आतंकवाद कुत्ते की पूंछ है, ऑपरेशन सिंदूर से मिला दुनिया को संदेश - CM योगी - Sampann Bharat News

Lucknow: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी के उद्घाटन समारोह में उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आतंकवाद एक कुत्ते की पूंछ की तरह है, जो कभी सीधी नहीं हो सकती और प्यार की भाषा को नहीं समझती। उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकवाद को उसी की भाषा में जवाब देना होगा और इस दिशा में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से दुनिया को एक स्पष्ट संदेश दे दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी वर्चुअल माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मिलकर ब्रह्मोस यूनिट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर रक्षा उत्पादन से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तक 'ब्रह्मांड' का भी विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा चयनित प्रतिभाशाली युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे और उन्हें ब्रह्मोस मिसाइल का एक प्रतीकात्मक मॉडल भी भेंट किया गया।

ऑपरेशन सिंदूर: ब्रह्मोस की शक्ति का प्रदर्शन:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के लिए भारतीय सेना के बहादुर जवानों, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को उत्तर प्रदेश के नागरिकों की ओर से हार्दिक बधाई दी। उन्होंने ब्रह्मोस मिसाइल की शक्ति और पराक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि इसे 'ऑपरेशन सिंदूर' में स्पष्ट रूप से देखा गया है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि किसी को इसकी क्षमता का अंदाजा नहीं है, तो उन्हें पाकिस्तान से इसके बारे में पूछ लेना चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की आतंकवाद के प्रति घोषित नीति का समर्थन करते हुए कहा कि अब किसी भी आतंकवादी घटना को युद्ध के समान माना जाएगा और जब तक आतंकवाद को पूरी तरह से कुचल नहीं दिया जाता, तब तक इस समस्या का स्थायी समाधान संभव नहीं है।

मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भरता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी स्वावलंबी राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि वह अपनी रक्षा जरूरतों के लिए अन्य देशों पर निर्भर रहने के बजाय स्वयं अपनी क्षमताओं का विकास करे। उन्होंने इस संदर्भ में इजराइल का उदाहरण दिया, जिसने सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करके अपने पड़ोसी देशों को कड़ी चुनौती दी है।

उत्तर प्रदेश: रक्षा उत्पादन का केंद्र बनता प्रदेश:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में भारत के सामने जो आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य रखा था, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर और ब्रह्मोस मिसाइल परियोजनाएं उसी दूरदर्शी अभियान का अभिन्न हिस्सा हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में इस डिफेंस कॉरिडोर के लिए छह महत्वपूर्ण नोड्स - लखनऊ, कानपुर, आगरा, अलीगढ़, झांसी और चित्रकूट - चिन्हित किए गए हैं।

उन्होंने यह भी स्मरण दिलाया कि 2018 में प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय बजट में दो डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा की थी, और यह घोषणा स्वयं प्रधानमंत्री ने लखनऊ में की थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2019 में केंद्र में पुनः सरकार बनने के बाद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 2020 में पहली बार लखनऊ में डिफेंस एक्सपो का सफल आयोजन किया था, और उसी दौरान उन्होंने लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल की उत्पादन इकाई स्थापित करने की महत्वपूर्ण घोषणा की थी।

रक्षा उत्पादन और निर्यात में अभूतपूर्व वृद्धि:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्व से कहा कि उत्तर प्रदेश में विकसित हो रहे डिफेंस कॉरिडोर के छह नोड्स पर तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि इससे पहले कानपुर में रक्षा बलों के लिए गोला-बारूद उत्पादन केंद्र का शुभारंभ किया गया था और अब उसके विस्तार के लिए भूमि की मांग बढ़ रही है। लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस को 200 एकड़ भूमि आवंटित करने के बाद, पीटीसी (प्रोपेलेंट टेक्नोलॉजी सेंटर) ने भी यहां अपनी इकाई स्थापित की है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि पीटीसी न केवल ब्रह्मोस के लिए, बल्कि एयरोस्पेस से जुड़े कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए एक प्रमुख उत्पादन केंद्र के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में ब्रह्मोस से जुड़ी लगभग सात एंकर इकाइयां स्थापित हो रही हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि 2013-14 की तुलना में आज भारत का रक्षा उत्पादन और निर्यात कई गुना बढ़ गया है। भारत अब न केवल रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि दुनिया के मित्र देशों को रक्षा सामग्री निर्यात करके उनकी सुरक्षा आवश्यकताओं को भी पूरा कर रहा है।

स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करना और लगभग एक लाख युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि डिफेंस एक्सपो के माध्यम से अब तक देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 57 समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किए जा चुके हैं, जिनके माध्यम से अकेले डिफेंस सेक्टर में लगभग 30,000 करोड़ रुपये का निवेश आने वाला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 60,000 युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लक्ष्य पर सरकार तेजी से काम कर रही है। उन्होंने ब्रह्मोस एयरोस्पेस, पीटीसी, डीआरडीओ, एलएंडटी और अन्य सभी इकाइयों को धन्यवाद दिया जो स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित करके रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले जिस राज्य में रोजगार की कमी थी और पलायन आम था, आज वहां निवेश आ रहा है और एमएसएमई इकाइयां एक मजबूत आधार तैयार कर रही हैं।

सुरक्षित वातावरण और मजबूत बुनियादी ढांचा:

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले कंपनियों को उत्तर प्रदेश में आने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता था, क्योंकि यहां औद्योगिक नीतियां स्पष्ट नहीं थीं और सुरक्षा का अभाव था। उन्होंने कहा कि जहां व्यक्ति सुरक्षित नहीं है, वहां पूंजी भी सुरक्षित नहीं रह सकती। लेकिन आज उत्तर प्रदेश में व्यक्ति और पूंजी दोनों सुरक्षित हैं, और राज्य देश की सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में एक मजबूत बुनियादी ढांचा उपलब्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डीआरडीओ का केंद्र, ब्रह्मोस मिसाइल परियोजना और पीटीसी जैसी एंकर इकाइयों की उपस्थिति और रक्षा उत्पादन में किए जा रहे अन्य महत्वपूर्ण निवेश इस बात का प्रमाण हैं कि उत्तर प्रदेश भारत की रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक मजबूत विकास इंजन के रूप में अपनी भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने दोहराया कि उत्तर प्रदेश देश की रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना पूर्ण योगदान देगा और रक्षा उत्पादन से जुड़े कार्यक्रमों के लिए जितनी भी भूमि की आवश्यकता होगी, राज्य सरकार पहले की तरह हर संभव सहायता प्रदान करेगी।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, सांसद ब्रजलाल, विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीआरडीओ, ब्रह्मोस एयरोस्पेस और पीटीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।