Ghazipur News : गाजीपुर में सीवर पाइपलाइन में दम घुटने से दो मजदूरों की मौत, ठेकेदार की लापरवाही उजागर
गाजीपुर में सीवर पाइपलाइन की सफाई करते समय दो मजदूरों की दुखद मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में ठेकेदार और कार्यदायी संस्था की घोर लापरवाही सामने आई है। इस घटना ने मजदूरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

गाजीपुर, उत्तर प्रदेश: गाजीपुर नगर पालिका क्षेत्र के नखास मोहल्ले में सीवर पाइपलाइन की सफाई के दौरान एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें कार्यदायी संस्था के ठेकेदार के दो मजदूरों की मौत हो गई। पाइपलाइन में उतरते ही एक-एक कर दो मजदूरों की जान चली गई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।
दर्दनाक हादसा और लापरवाही
यह घटना नखास मोहल्ले में चल रहे सीवर पाइपलाइन बिछाने के काम के दौरान हुई, जो काफी समय से चल रहा है और निर्धारित समय सीमा के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि सफाई कार्य के लिए करीब 8 मजदूर मौके पर पहुंचे थे। इनमें से प्रहलाद, जो बलरामपुर के सहजनवा के ठेकेदार का भाई बताया जा रहा है, सबसे पहले सीवर पाइपलाइन में उतरा। पाइपलाइन में उतरते ही वह अचानक अचेत हो गया। उसे बचाने के लिए टाउन हॉल इलाके का रहने वाला वसीम भी पाइपलाइन में उतरा, लेकिन वह भी दम घुटने से काल के गाल में समा गया। पाइपलाइन संकरी होने के कारण इसके बाद कोई और मजदूर उसमें उतरने की हिम्मत नहीं कर पाया।
प्रशासन की देरी और स्थानीय लोगों का प्रयास
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर हंगामा मच गया और स्थानीय लोग तुरंत दोनों मजदूरों को निकालने में जुट गए। हालांकि, पुलिसकर्मी मौके पर तुरंत पहुंच गए, लेकिन शहर कोतवाल, क्षेत्राधिकारी और एसडीएम जैसे उच्चाधिकारी घटना के कई घंटों बाद मौके पर पहुंचे, जिस पर स्थानीय लोगों ने नाराजगी व्यक्त की। कड़ी मशक्कत के बाद, स्थानीय युवाओं, जिनमें संदीप विश्वकर्मा भी शामिल थे, ने करीब दो से ढाई घंटे बाद दोनों शवों को रस्सी के सहारे सीवर पाइपलाइन से बाहर निकाला। इसके बाद ही जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली और शवों को तुरंत एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
ठेकेदार की लापरवाही की आशंका
शुरुआत में कुछ लोग बिजली के करंट से मौत की आशंका जता रहे थे, जिसके चलते इलाके की बिजली भी कटवा दी गई थी। हालांकि, एडीएम और सीआरओ ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया और प्रथम दृष्टया कार्यदायी संस्था और ठेकेदार की लापरवाही को इसका कारण माना। उन्होंने बताया कि मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा, लेकिन शुरुआती जांच में ठेकेदार और कार्यदायी संस्था की घोर लापरवाही सामने आ रही है।
इस घटना ने सीवर सफाई के दौरान बरती जाने वाली सुरक्षा व्यवस्थाओं और मजदूरों के जीवन की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।