इजरायल-ईरान तनाव का असर: भारतीय शेयर बाजार में डिफेंस स्टॉक्स में तूफानी तेजी, HAL और IdeaForge 8% तक चढ़े!

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के चलते भारतीय शेयर बाजार में डिफेंस सेक्टर के स्टॉक्स में जबरदस्त तेजी देखी गई। HAL और IdeaForge जैसे प्रमुख शेयरों में 8% तक की उछाल दर्ज की गई, क्योंकि निवेशक अब सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।

इजरायल-ईरान तनाव का असर: भारतीय शेयर बाजार में डिफेंस स्टॉक्स में तूफानी तेजी, HAL और IdeaForge 8% तक चढ़े!
डिफेंस स्‍टॉक

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते युद्ध जैसे हालात का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखने लगा है। अंतरराष्ट्रीय तनाव के बीच निवेशकों का रुझान अब डिफेंस सेक्टर की ओर तेज़ी से बढ़ा है। यही वजह है कि शुक्रवार को HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड), IdeaForge जैसे प्रमुख डिफेंस स्टॉक्स में जबरदस्त तेजी देखी गई, जहाँ कुछ शेयरों में 8% तक की उछाल दर्ज की गई।


डिफेंस स्टॉक्स में जबरदस्त उछाल

इजरायल द्वारा ईरान पर मिसाइल हमला करने के बाद वैश्विक स्तर पर युद्ध की आशंकाएं गहराने लगी हैं। इस बढ़ते तनाव के बीच निवेशकों ने डिफेंस सेक्टर की ओर रुख किया, जिससे इस क्षेत्र की कई कंपनियों के स्टॉक्स में भारी तेज़ी देखी गई:

  • HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) का शेयर 4% से ज़्यादा चढ़ गया, जो कि भारत की प्रमुख एयरोस्पेस और डिफेंस कंपनी है।
  • IdeaForge, जो ड्रोन टेक्नोलॉजी में अग्रणी कंपनी मानी जाती है, के शेयर में भी करीब 8% तक उछाल आया।
  • इसके अलावा, Bharat Dynamics, Cochin Shipyard, Mazagon Dock Shipbuilders और Data Patterns जैसे स्टॉक्स भी मजबूती के साथ ट्रेड कर रहे हैं।

युद्ध की आशंका से बढ़ी निवेश की दिलचस्पी

विश्लेषकों का मानना है कि जैसे-जैसे इजरायल-ईरान टकराव बढ़ता है, वैसे-वैसे डिफेंस सेक्टर में निवेश की दिलचस्पी भी बढ़ती जा रही है। बाजार इसे एक संभावित डिफेंस बजट बढ़ोतरी और सैन्य तैयारियों के संकेत के रूप में देख रहा है। भारत पहले ही रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है, और इस वैश्विक माहौल में घरेलू डिफेंस कंपनियों को फायदा हो सकता है।


क्या है एक्सपर्ट की राय?

विशेषज्ञों का कहना है कि भू-राजनीतिक अस्थिरता के समय डिफेंस और सेफ-हैवन स्टॉक्स आमतौर पर बेहतर प्रदर्शन करते हैं। हालांकि, लॉन्ग टर्म निवेश से पहले कंपनियों के वैल्यूएशन और फंडामेंटल्स पर ध्यान देना जरूरी है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे सावधानी बरतें और केवल अल्पकालिक लाभ के बजाय लंबी अवधि के दृष्टिकोण से निवेश करें।