मऊ में गैंगस्टर गुलशन यादव मर्डर का खुलासा: वर्चस्व की जंग में हुई हत्या, 5 आरोपी गिरफ्तार; फेसबुक पर शेयर की थी वारदात

मऊ में 10 जून को हुई गैंगवार में गैंगस्टर गुलशन यादव की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वर्चस्व की लड़ाई में हुई इस हत्या के बाद आरोपियों ने फेसबुक पर वारदात शेयर की थी। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

मऊ में गैंगस्टर गुलशन यादव मर्डर का खुलासा: वर्चस्व की जंग में हुई हत्या, 5 आरोपी गिरफ्तार; फेसबुक पर शेयर की थी वारदात

मऊ, उत्तर प्रदेश: मऊ के शहर कोतवाली क्षेत्र में 10 जून को हुई गैंगवार में गैंगस्टर गुलशन यादव की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या के बाद आरोपियों ने इस वारदात को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर साझा किया था। इस मामले में पुलिस ने पांच नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।


गैंगवार से फैली सनसनी

10 जून की शाम को मऊ रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस स्टेशन के बीचो-बीच हुई गैंगवार की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी थी। आज मऊ पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक, अपराधी अपने वर्चस्व को बढ़ाने के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।


वर्चस्व की लड़ाई में गई जान

पुलिस ने बताया कि गैंगस्टर गुलशन यादव की हत्या वर्चस्व की लड़ाई का परिणाम है। गुलशन यादव, जिसकी उम्र 23 वर्ष थी और वह दक्षिण टोला थाना क्षेत्र का रहने वाला था, हत्या के एक मामले में जेल में बंद था। करीब सात महीने पहले ही वह जमानत पर रिहा हुआ था।

जेल में बंद रहने के दौरान भी गुलशन यादव की हत्या के कई प्रयास किए गए थे, लेकिन हमलावर नाकाम रहे थे। जैसे ही गुलशन यादव जमानत पर जेल से बाहर आया, दूसरे गुट के बदमाशों ने उसकी रेकी कर ईंटों से कूच-कूचकर हत्या कर दी।


फेसबुक पर शेयर की गई वारदात

इस घटना का एक और सनसनीखेज पहलू यह है कि गुलशन यादव की हत्या करने के बाद दूसरे गुट के लोगों ने इस हत्याकांड को फेसबुक पर शेयर किया था, जो उनकी बेखौफ मानसिकता को दर्शाता है।


आरोपी और गैंग का खुलासा

पुलिस की जांच में एक नया तथ्य सामने आया है: हिमांशु नाम का एक शख्स, जिसकी गाड़ी का नंबर 024 है, उसने इस नंबर को अपना लकी मानते हुए एक गैंग बनाया था। दूसरी ओर, गुलशन यादव ने जिन लोगों को निशाना बनाया, उनके साथ मारपीट की या उन्हें अपमानित किया, वे सभी गुलशन के विरोधी गुट में शामिल हो गए और अपने अपमान का बदला लेने के लिए एक गैंग के रूप में संगठित हो गए। जब गुलशन यादव हत्या के केस में जेल चला गया, तो यह गुट उसके बाहर आने का इंतजार करता रहा, और जैसे ही वह रिहा हुआ, उस पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।


कौन था गुलशन यादव?

गैंगस्टर गुलशन यादव पर कुल 7 मुकदमे दर्ज थे, जिनमें हत्या और मारपीट जैसी गंभीर वारदातें शामिल थीं। ये मुकदमे कोतवाली, सराय लखनसी और दक्षिण टोला थानों में दर्ज थे। गुलशन यादव का मकसद लोगों में दहशत फैलाकर अपना वर्चस्व बढ़ाना था।


5 आरोपी गिरफ्तार, जांच जारी

सीओ सिटी ने बताया कि गुलशन यादव की हत्या लोकल स्तर पर गुंडों के दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का परिणाम है। गुलशन यादव के साथी रणवीर यादव की तहरीर पर शहर कोतवाली में आठ नामजद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस मामले में पांच नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है।

पुलिस अभी भी मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है और यह जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है कि गुलशन यादव की हत्या के समय वह कहाँ जा रहा था। पुलिस के लिए यह मामला संवेदनशील है क्योंकि यह वारदात एक बेहद भीड़भाड़ वाले और संवेदनशील इलाके में हुई थी।