क्रिकेटर बनने का था सपना, COVID-19 ने मोड़ा रास्ता, सक्षम बने JEE Advanced के सेकंड टॉपर
ऑल इंडिया JEE Advanced में दूसरी रैंक हासिल करने वाले सक्षम का पहला सपना क्रिकेटर बनने का था। COVID-19 महामारी ने उनकी क्रिकेट अकादमी बंद करा दी, लेकिन इसी मोड़ ने उन्हें गणित की दुनिया में ला खड़ा किया। TV9 के साथ एक विशेष इंटरव्यू में सक्षम ने बताया कि कैसे क्रिकेट के जुनून से वे JEE Advanced के टॉप रैंकर बने।

JEE Advanced 2025 में ऑल इंडिया दूसरी रैंक हासिल कर सक्षम देशभर में चर्चा का विषय बन गए हैं। लेकिन शायद ही कोई जानता होगा कि इस brilliant mind का पहला सपना एक क्रिकेटर बनने का था। IPL में खेलने का उनका जुनून था, मगर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। TV9 भारतवर्ष के साथ एक विशेष इंटरव्यू में, सक्षम ने अपने क्रिकेटर से JEE Advanced के टॉप रैंकर बनने तक के असाधारण सफर को साझा किया।
क्रिकेट का जुनून और COVID-19 का मोड़
सक्षम में क्रिकेट के प्रति गज़ब का जुनून था। इसी जुनून और अपनी खेल प्रतिभा की बदौलत उन्होंने अंडर-14 टीम में जगह भी बनाई। उनका ultimate goal इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना था, और उन्हें पता था कि इसका रास्ता IPL से होकर जाता है। वह इसी सपने को पूरा करने की तैयारी में जुटे थे, लेकिन तभी दुनिया भर में COVID-19 महामारी ने अपने पैर पसार लिए। कोरोना ने उनके एक सपने को तोड़ा, मगर दूसरे, और शायद ज़्यादा बड़े, सफर का रास्ता तय कर दिया।
क्रिकेट अकादमी बंद हुई तो शुरू हुई पढ़ाई की नई पारी
COVID-19 के दौरान जब क्रिकेट अकादमी बंद हो गईं, तो सक्षम के सामने यह समस्या थी कि वह अपने क्रिकेट के सपने को पूरा करने के लिए प्रैक्टिस कैसे करें। लेकिन कहते हैं न कि 'आपदा को अवसर में बदल देना चाहिए'? सक्षम ने ठीक वैसा ही किया। उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से मैथ ओलंपियाड की तैयारी शुरू कर दी। गणित में उनकी रुचि लगातार बढ़ती गई और उन्हें यह अहसास हुआ कि उन्हें मैथ में उतना ही मज़ा आ रहा है जितना क्रिकेट में आता था। सक्षम ने अपनी ऊर्जा और प्रतिभा को सही दिशा में लगाया और वो कारनामा कर दिखाया जिसका सपना तो लाखों छात्र देखते हैं, मगर सफल होने वाले बिरले ही होते हैं।
माता-पिता ने कभी नहीं डाला दबाव, दिया पूरा समर्थन
सक्षम के माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं, मगर उन्होंने सक्षम पर कभी किसी तरह का दबाव नहीं डाला कि वे भी डॉक्टरी के पेशे में जाएं। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने डॉक्टरी को क्यों नहीं चुना, तो सक्षम ने बताया कि उनके माता-पिता ने हमेशा उनका साथ दिया। उन्होंने मुझे मेरे चुने हुए रास्ते पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया। सक्षम ने कोटा से JEE Advanced की तैयारी की और इस परीक्षा में इतिहास रच दिया।
IIT की ओर बढ़ा पहला कदम
COVID-19 की वजह से सक्षम पढ़ाई की तरफ मुड़े तो फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपनी सकारात्मक सोच और कड़ी मेहनत की बदौलत उन्होंने वो कर दिखाया जो बहुत से छात्रों का सपना होता है। सक्षम ने लगातार मेहनत की और क्रिकेटर से JEE Advanced के इस मुश्किल सफ़र को सिर्फ़ पूरा ही नहीं किया, बल्कि ऑल इंडिया दूसरी रैंक लाकर यह दिखा दिया कि अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो उसे पूरा करने में कोई बाधा नहीं आ सकती। उनका यह सफर लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा है।