New delhi : खिलौने को 'राफेल' बताकर अजय राय ने छेड़ा विवाद, बीजेपी बोली - सेना का मनोबल गिरा रहे हो?
"खिलौने को राफेल बताने पर अजय राय घिरे, बीजेपी ने कहा - सेना का मनोबल गिरा रहे हो? आतंकवाद पर भी उठाए थे सवाल।"

अजय राय ने इस तरह खिलौने वाले प्लेन को दिखाते हुए इसे राफेल बताया था।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय एक बार फिर अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। उन्होंने सरकार का विरोध जताते हुए एक खिलौने वाले विमान पर 'राफेल' लिखकर उस पर नींबू-मिर्च लटका दिया। 1 इस हरकत के बाद बीजेपी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है और इसे सेना का मनोबल गिराने वाला बताया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने अजय राय के इस कृत्य को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि "एक तरफ सीमा पार से पाकिस्तानी सेना गोलाबारी कर रही है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस और INDI गठबंधन के नेता अपने बयानों से भारतीय सेना को निशाना बना रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस और INDI गठबंधन का दोहरा चरित्र है। एक तरफ वे सरकार के साथ होने का दावा करते हैं, तो दूसरी तरफ उनके नेता लगातार ऐसे बयान देते हैं जो भारत विरोधी हैं और सेना का मनोबल गिराने वाले हैं।
त्रिवेदी ने कहा कि "यह ठीक वैसा ही है जैसे पाकिस्तान भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है और सीमा पार से कहता है कि उसका इसमें कोई हाथ नहीं है। उसी तरह, कांग्रेस और INDI गठबंधन का आधिकारिक रुख है कि वे सरकार के साथ हैं, लेकिन उनके नेता लगातार ऐसे बयान देते रहते हैं।" उन्होंने कहा कि ये बयान कोई छोटे-मोटे नेता नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और अजय राय जैसे बड़े नेता दे रहे हैं।
दरअसल, अजय राय ने बच्चों के खेलने वाले विमान पर 'राफेल' लिखकर और उस पर नींबू-मिर्च लटकाकर मोदी सरकार से सवाल किया था कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई कब होगी? उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में जवानों की शहादत का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने की बात करती है, लेकिन राफेल जैसे विमानों का इस्तेमाल कब होगा?
अजय राय के इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है और इसे सेना के शौर्य और पराक्रम का अपमान बताया है। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस नेता सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं, जिससे देश की सुरक्षा और सेना का मनोबल प्रभावित होता है।