अमेरिका-चीन समझौते से सोना 3,400 रुपये टूटा
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार शुल्क पर 90 दिन की रोक के समझौते के बाद सोने की कीमतों में भारी गिरावट। दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 3,400 रुपये प्रति 10 ग्राम तक टूटा।

नई दिल्ली: अमेरिका और चीन के बीच व्यापार संबंधों में सकारात्मक संकेत आने के बाद निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश विकल्पों से हटकर अन्य क्षेत्रों की ओर बढ़ा है। इस घटनाक्रम का सीधा असर सोने की कीमतों पर देखने को मिला। राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने की कीमत में भारी गिरावट दर्ज की गई, जो 3,400 रुपये प्रति 10 ग्राम टूटकर 96,550 रुपये पर आ गई।
इसके साथ ही, चांदी की कीमतों में भी नरमी देखी गई। शनिवार के बंद भाव 99,900 रुपये प्रति किलोग्राम के मुकाबले चांदी 200 रुपये की गिरावट के साथ 99,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई।
बाजार के जानकारों के अनुसार, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति के स्पष्ट संकेत मिले हैं। अमेरिका ने चीन से आयातित वस्तुओं पर शुल्क वृद्धि को अगले 90 दिनों तक रोकने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद कारोबारियों ने सोने को छोड़कर अन्य संपत्तियों में खरीदारी करना शुरू कर दिया, जिससे सोने की कीमतों में यह बड़ी गिरावट आई।
इसके अतिरिक्त, भारत और पाकिस्तान के बीच भी भू-राजनीतिक तनाव में कुछ कमी आई है। रूस और यूक्रेन के बीच संभावित संघर्ष विराम के संकेतों ने भी निवेशकों को जोखिम लेने के लिए प्रोत्साहित किया है। इन सभी कारकों ने मिलकर सोने की कीमतों पर दबाव बनाया।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी डॉलर की मजबूती का असर सोने पर दिखा। छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती मापने वाला डॉलर इंडेक्स 1.42 प्रतिशत बढ़कर 101.76 पर कारोबार कर रहा था। डॉलर के मजबूत होने से सोने का आयात महंगा हो जाता है, जिससे इसकी मांग में कमी आती है।
विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच यह समझौता वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है, जिससे निवेशकों का रुझान इक्विटी और अन्य जोखिम वाली संपत्तियों की ओर बढ़ा है। हालांकि, भू-राजनीतिक स्थिति में किसी भी तरह का बदलाव सोने की कीमतों को फिर से सहारा दे सकता है।