Up News : सोनबरसा के अंकित यादव का CAPF में सहायक कमांडेंट पद पर चयन, गांव में खुशी का माहौल

वाराणसी के सोनबरसा निवासी अंकित यादव का CAPF में सहायक कमांडेंट के पद पर चयन हुआ है। उत्तर प्रदेश पुलिस के सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर रामनरेश यादव के तीसरे पुत्र की इस सफलता से गांव में उत्सव का माहौल है। परिवार के तीनों बेटे अपने-अपने क्षेत्र में सफल हुए हैं।

Up News : सोनबरसा के अंकित यादव का CAPF में सहायक कमांडेंट पद पर चयन, गांव में खुशी का माहौल

Varanasi News : चौबेपुर क्षेत्र के सोनबरसा (अड़ारे) गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस से सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर श्री रामनरेश यादव के सबसे छोटे पुत्र अंकित यादव का केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) में सहायक कमांडेंट के प्रतिष्ठित पद पर चयन हो गया है। देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली यूपीएससी सीपीएफ परीक्षा में मिली इस सफलता की सूचना मिलते ही पूरे गांव में उत्सव का माहौल छा गया। यह उपलब्धि न केवल यादव परिवार के लिए गर्व का विषय बनी, बल्कि पूरे गांव को गौरवान्वित कर गई।


रामनरेश यादव के तीनों बेटों ने गाड़े सफलता के झंडे

रामनरेश यादव के तीनों पुत्रों ने अपने-अपने क्षेत्र में सफलता की मिसाल कायम की है।

  • सबसे बड़े पुत्र आनंद यादव एक कुशल इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं।
  • मंझले पुत्र बिपिन यादव का चयन आयकर विभाग में हो चुका है।
  • अब सबसे छोटे पुत्र अंकित यादव के अर्धसैनिक बल में अधिकारी बनने से पूरा गांव गौरव का अनुभव कर रहा है। यह परिवार के लिए एक अनूठी उपलब्धि है।

ढोल-नगाड़ों के साथ हुआ भव्य स्वागत

शनिवार को जैसे ही अंकित यादव अपने गांव सोनबरसा पहुँचे, ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। ढोल-नगाड़ों, फूल मालाओं और अंगवस्त्रम से उनका जोरदार अभिनंदन किया गया। उनके स्वागत में गांववासियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हर जुबान पर एक ही बात थी — "पिता के संस्कार और बेटों की मेहनत से परिवार और पूरा गांव गौरवान्वित महसूस कर रहा है।"

अंकित की माता श्रीमती राधा देवी बेटे की इस सफलता पर अत्यंत भावुक दिखीं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "हमारे परिवार के संघर्षों का यह फल आज सबके सामने है, और हमें गर्व है कि हमारे बेटे देश सेवा में अपना योगदान देंगे।"

इस अवसर पर गांव के वरिष्ठ नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी अपनी शुभकामनाएँ दीं। प्रमुख रूप से दिनेश कादीपुर, शरद श्रीवास्तव, राजकुमार दुबे, पंडित गुरु, अनिल कुमार, पप्पू यादव, विशाल यादव, रानू, तनु, छोटे यादव, मुन्नालाल यादव, संतोष यादव, संदीप सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

यह गौरवमयी क्षण देश के तमाम युवाओं को प्रेरणा देता है कि अनुशासन, परिश्रम और पारिवारिक संस्कारों से कोई भी ऊँचाई पाई जा सकती है। अंकित यादव की यह सफलता युवाओं के लिए एक मिसाल कायम करती है।