पहलगाम आतंकी हमला: पीएम मोदी ने ली उच्चस्तरीय बैठक, पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई के संकेत
पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने एनएसए, सीडीएस और सेना प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। पाकिस्तान को चेताते हुए कहा- दोषियों को खोजकर कड़ी सजा दी जाएगी। पांच बड़े फैसले लिए गए।

पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों के साथ आपात बैठक की। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और थल सेना, नौसेना व वायुसेना के प्रमुख शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में स्पष्ट संदेश दिया कि इस हमले के पीछे जो भी आतंकी और उनके सरगना हैं, उन्हें धरती के आखिरी कोने तक भी खोज निकाला जाएगा और सबसे सख्त सजा दी जाएगी। उनका संकेत सीधे तौर पर पाकिस्तान की ओर था, जिसका भारत में आतंकवाद फैलाने का लंबा इतिहास रहा है।
हमले के बाद केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई, जिसमें सभी विपक्षी दलों ने एकमत होकर आतंकियों के खिलाफ सरकार को पूर्ण समर्थन देने की बात कही। इससे पहले कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की आपात बैठक में बताया गया कि यह हमला सीमा पार से प्रायोजित था और इसका समय भी बेहद सोच-समझकर चुना गया, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्वक चुनाव पूरे हुए थे और राज्य धीरे-धीरे विकास के रास्ते पर बढ़ रहा था।
बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसले लिए गए:
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सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाएगा।
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अटारी चेक पोस्ट को अस्थायी रूप से बंद किया जाएगा।
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पाक नागरिकों को सार्क वीजा के तहत भारत में प्रवेश की अनुमति समाप्त।
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पाक उच्चायोग में तैनात सैन्य, वायु व नौसेना सलाहकारों को देश छोड़ने का आदेश।
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सीमा पर सतर्कता और सैन्य तैनाती में वृद्धि।
इन सभी निर्णयों से स्पष्ट है कि भारत अब किसी भी आतंकी हरकत के खिलाफ केवल बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस कदम उठाने के मूड में है। पीएम मोदी की इस बैठक को राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में निर्णायक मोड़ माना जा रहा है।