मासिक शिवरात्रि 2025: वैवाहिक बाधाएं दूर करने के लिए करें इन चीजों का दान!

मासिक शिवरात्रि 2025: वैवाहिक बाधाएं दूर करने के लिए करें इन चीजों का दान!

मासिक शिवरात्रि 2025: वैवाहिक बाधाएं दूर करने के लिए करें इन चीजों का दान!

मासिक शिवरात्रि का व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो वैवाहिक जीवन में बाधाओं का सामना कर रहे हैं या शीघ्र विवाह की कामना रखते हैं। मान्यता है कि इस दिन किए गए दान और उपाय वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में बहुत फलदायी होते हैं।

वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 25 मई 2025 को दोपहर 03 बजकर 51 मिनट पर शुरू होगी और 26 मई 2025 को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए, मासिक शिवरात्रि का व्रत 25 मई 2025 को किया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 43 मिनट से 12 बजकर 28 मिनट तक रहेगा।

मासिक शिवरात्रि के दिन कुछ विशेष चीजों का दान करने से वैवाहिक बाधाओं को दूर करने में मदद मिल सकती है:

  • सफेद वस्त्र: सफेद रंग शांति, पवित्रता और चंद्रमा का प्रतीक है। ज्योतिष में चंद्रमा को मन, प्रेम और विवाह का कारक ग्रह माना जाता है। सफेद वस्त्रों का दान करने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है, जिससे विवाह में आने वाली मानसिक अशांति और अनिर्णय की स्थिति दूर होती है। किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को सफेद वस्त्र दान करना शुभ माना जाता है।

  • दूध और चावल (अन्न): दूध और चावल दोनों ही भगवान शिव को प्रिय हैं और इन्हें सात्विक माना जाता है। अन्न दान को शास्त्रों में सबसे बड़ा दान माना गया है। मासिक शिवरात्रि के दिन गरीबों, ब्राह्मणों या मंदिर में दूध और चावल का दान करने से विवाह में आ रही अड़चनें दूर हो सकती हैं।

  • रुद्राक्ष: रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतीक है और इसका दान करना सीधे भगवान शिव को प्रसन्न करने जैसा है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और वैवाहिक जीवन में स्थिरता लाता है। किसी शिव भक्त, साधु या योग्य व्यक्ति को रुद्राक्ष दान करना फलदायी होता है।

  • घी: घी शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक है। इसका दान करने से घर में सकारात्मकता आती है और रिश्तों में मधुरता बनी रहती है। मासिक शिवरात्रि के दिन मंदिर में घी का दान करना या किसी जरूरतमंद परिवार को देना शुभ माना जाता है।

  • मीठा भोजन (मिठाई या खीर): भगवान शिव को मीठा भोजन प्रिय है। इस दिन प्रसाद के रूप में बनी मिठाई या खीर का दान करने से रिश्तों में मिठास आती है और दांपत्य जीवन खुशहाल होता है। इसे बच्चों, गरीबों या मंदिर में प्रसाद के रूप में बांटना चाहिए।

  • श्रृंगार सामग्री (विवाहित महिलाओं के लिए): विवाहित महिलाएं मासिक शिवरात्रि के दिन माता पार्वती को श्रृंगार सामग्री अर्पित कर सकती हैं और बाद में इसे किसी सुहागिन महिला को दान कर सकती हैं। ऐसा करने से उनके सौभाग्य में वृद्धि होती है और वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

  • काले तिल (शनि और राहु दोष निवारण हेतु): यदि विवाह में बाधाएं शनि या राहु जैसे ग्रहों के कारण आ रही हैं, तो काले तिल का दान लाभकारी हो सकता है। भगवान भैरव, जो शिव के ही एक रूप हैं, का संबंध भी शनि से माना जाता है। काले तिल का दान जरूरतमंद व्यक्ति को करें या इसे जल में प्रवाहित करें।

दान करते समय हमेशा पूर्ण श्रद्धा और सच्चे भाव का ध्यान रखना चाहिए। दिखावे के लिए किया गया दान फलदायी नहीं होता। दान को गुप्त रखना अधिक पुण्यकारी माना जाता है और दान ऐसे व्यक्ति को करना चाहिए जिसे वास्तव में उसकी आवश्यकता हो। दान करते समय मन में किसी प्रकार का अहंकार या नकारात्मकता नहीं होनी चाहिए।

इन उपायों और दान के साथ-साथ, मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती का विधिवत पूजन, जलाभिषेक और शिव मंत्रों का जाप भी वैवाहिक बाधाओं को दूर करने में अत्यंत सहायक होता है। अविवाहित कन्याएं इस दिन "ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा" मंत्र का जाप कर सकती हैं।