Nirjala Ekadashi 2025: इस बार 32 घंटे का होगा निर्जला व्रत, जानें तिथि और पारण का शुभ मुहूर्त

ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी को मनाई जाने वाली निर्जला एकादशी का इस वर्ष विशेष महत्व है। जानें इस व्रत की तिथि, कब से कब तक रहेगा उपवास और पारण का शुभ मुहूर्त। इस बार गृहस्थों के लिए यह व्रत लगभग 32 घंटे का होगा।

Nirjala Ekadashi 2025: इस बार 32 घंटे का होगा निर्जला व्रत, जानें तिथि और पारण का शुभ मुहूर्त
निर्जला एकादशी व्रत कितने घंटे का होगा?

ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों का धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है, खासकर जब गर्मी अपने चरम पर होती है। इस महीने में जल का दान और निर्जला उपवास करना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है। हर वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से पूरे वर्ष सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है, इसलिए निर्जला एकादशी को बहुत पवित्र माना जाता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, केवल निर्जला एकादशी का व्रत रखने से ही साल भर की सभी चौबीस एकादशियों के बराबर पुण्य फल मिलता है। आमतौर पर निर्जला एकादशी का उपवास 24 घंटे का होता है, लेकिन इस वर्ष यह तिथि और भी लंबी रहने वाली है।

निर्जला एकादशी तिथि कब तक रहेगी?

ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 6 जून 2025 को सुबह 2:15 बजे शुरू होगी और 7 जून 2025 को सुबह 4:47 बजे समाप्त होगी। इस प्रकार, इस बार निर्जला एकादशी तिथि लगभग 26 घंटे से अधिक समय तक रहेगी और दोनों ही दिनों में उदयातिथि का संयोग बन रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब एकादशी दो तिथियों पर पड़ती है, तो गृहस्थ जनों को पहले दिन ही व्रत करना चाहिए।

निर्जला एकादशी व्रत पारण समय:

इस बार निर्जला एकादशी व्रत का समय 24 घंटे से भी अधिक हो गया है, क्योंकि इस व्रत का पारण अगले दिन सुबह नहीं, बल्कि दोपहर में किया जाएगा। निर्जला एकादशी व्रत पारण का शुभ समय 7 जून 2025 को दोपहर 1:44 बजे से लेकर शाम 4:31 बजे के बीच रहेगा। इस दिन व्रत रखने वाले गृहस्थ लोगों के लिए निर्जला एकादशी का व्रत लगभग 32 घंटे तक चलेगा।

सन्यासियों के लिए एकादशी:

जो लोग संन्यासी बनने के मार्ग पर हैं या मोक्ष की कामना रखते हैं, वे 7 जून को निर्जला एकादशी का व्रत रख सकते हैं। वैष्णव संप्रदाय और इस्कॉन मंदिरों में 7 जून का दिन एकादशी के रूप में मान्य होगा। 7 जून को निर्जला एकादशी का व्रत रखने वाले 8 जून 2025 को सुबह 5:23 बजे से लेकर सुबह 7:17 बजे के बीच व्रत का पारण कर सकते हैं।

निर्जला एकादशी व्रत से पहले क्या करें?

एकादशी व्रत की पवित्रता बनाए रखने के लिए व्यक्ति को दशमी तिथि की शाम से ही अनाज का सेवन बंद कर देना चाहिए। ऐसा करने से एकादशी के दिन व्रत की शुरुआत के समय शरीर में अन्न का कोई भी अंश नहीं रहेगा। यदि घर में कोई सदस्य व्रत नहीं भी रख रहा हो, तो भी एकादशी के दिन घर में न तो चावल बनाना चाहिए और न ही किसी को खाना चाहिए।