पीयूष गोयल की अमेरिका यात्रा: व्यापार समझौते, इस्पात-एल्युमीनियम शुल्क और रेसिप्रोकल टैरिफ पर होगी अहम चर्चा
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल 17 मई से अमेरिका दौरे पर रहेंगे। इस दौरान भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते, इस्पात-एल्युमीनियम शुल्क और रेसिप्रोकल टैरिफ पर अहम बातचीत होगी।

नई दिल्ली/वॉशिंगटन: भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 17 मई से अमेरिका के दौरे पर रहेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर वार्ता को आगे बढ़ाना है। अमेरिका में रहकर गोयल 19 से 22 मई के बीच इस्पात और एल्युमीनियम पर अमेरिकी शुल्क, रेसिप्रोकल टैरिफ और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अमेरिकी समकक्षों के साथ बातचीत करेंगे।
किन मुद्दों पर होगी बात?
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द्विपक्षीय व्यापार समझौता (Bilateral Trade Agreement):
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भारत और अमेरिका सितंबर-अक्टूबर 2025 तक व्यापार समझौते का पहला चरण पूरा करना चाहते हैं।
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इस समझौते का उद्देश्य "शीघ्र पारस्परिक लाभ" हासिल करना है।
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रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariffs):
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अमेरिका द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम पर भारी शुल्क लगाने के जवाब में भारत ने कुछ अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी शुल्क (रेसिप्रोकल टैरिफ) प्रस्तावित किए हैं।
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यह "जैसे को तैसा" नीति है, जिसके तहत भारत भी वही टैरिफ लागू करता है जो अमेरिका ने पहले लगाए।
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26% अतिरिक्त शुल्क की सस्पेंशन पर चर्चा:
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अमेरिका ने भारत पर 26% अतिरिक्त टैरिफ को 9 जुलाई 2025 तक के लिए सस्पेंड कर रखा है।
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अब इस टैरिफ पर कोई स्थायी सहमति बन सकती है।
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पीयूष गोयल किनसे करेंगे मुलाकात?
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जेमिसन ग्रीर (अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि)
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हॉवर्ड लुटनिक (अमेरिकी वाणिज्य मंत्री)
गोयल 16 मई को वाशिंगटन पहुंचेंगे और 17 मई से चार दिन की गहन बातचीत की शुरुआत करेंगे।
व्यापार घाटे को लेकर अमेरिका की चिंता
भारत का 2024-25 में अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष 41.18 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। यह अमेरिका के नजरिए से एक बड़ा व्यापार घाटा है।
वित्त वर्ष | व्यापार अधिशेष (अरब डॉलर में) |
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2020-21 | 22.73 |
2021-22 | 32.85 |
2022-23 | 27.7 |
2023-24 | 35.32 |
2024-25 | 41.18 |
अमेरिका लगातार भारत से अधिक आयात करता रहा है, जिससे उसे चिंता है कि यह असंतुलन बढ़ता जा रहा है।
भारत-अमेरिका व्यापार: आंकड़ों में
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कुल द्विपक्षीय व्यापार (2024-25): 131.84 अरब डॉलर
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भारत का निर्यात: 18% हिस्सा अमेरिका के साथ
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भारत का आयात: 6.22% अमेरिका से
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भारत के कुल वस्तु व्यापार में अमेरिका की हिस्सेदारी: 10.73%
आगे की रणनीति
भारत और अमेरिका दोनों चाहते हैं कि रेसिप्रोकल टैरिफ पर लगी 90 दिनों की रोक के भीतर ही एक स्थायी समाधान निकाल लिया जाए। इससे न सिर्फ दोनों देशों के व्यापार संबंध मजबूत होंगे बल्कि वैश्विक व्यापारिक स्थिरता को भी बल मिलेगा।
निष्कर्ष
पीयूष गोयल की यह अमेरिका यात्रा भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों के लिहाज से निर्णायक साबित हो सकती है। यदि वार्ता सफल रहती है, तो दोनों देशों के बीच टैरिफ विवाद सुलझ सकते हैं और द्विपक्षीय व्यापार समझौते का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।