Prayagraj: मासूम की चीत्कार! टीचर के थप्पड़ से 4 साल के शिवाय की दर्दनाक मौत, शरीर पर मिले चोट के निशान
प्रयागराज के एक निजी स्कूल में चार साल के मासूम शिवाय की संदिग्ध मौत ने सनसनी फैला दी है। परिजनों का आरोप है कि टीचर के थप्पड़ मारने से उसकी जान गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे के शरीर पर कई चोटों के निशान मिले हैं, जिसमें प्राइवेट पार्ट्स पर चोट भी शामिल है। पुलिस ने दो शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

प्रयागराज, शनिवार, 17 मई 2025। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। नैनी थाना क्षेत्र के महेवा पश्चिम पट्टी में रहने वाले वीरेंद्र के चार वर्षीय बेटे शिवाय की एक निजी स्कूल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया है कि स्कूल टीचर के थप्पड़ मारने से शिवाय की जान गई है। इस मामले में पुलिस ने स्कूल के दो शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे के शरीर पर कई चोटों के निशान पाए गए हैं, जिससे यह मामला और भी उलझ गया है।
चार वर्षीय शिवाय डीडी एस जूनियर हाईस्कूल में नर्सरी का छात्र था। उसी स्कूल में उसके दो बड़े भाई-बहन सुमित और पूर्वी भी पढ़ते हैं। सुमित ने अपने परिजनों को बताया कि शिवाय क्लास में रो रहा था, जिसके बाद एक टीचर उसे सुमित की क्लास में लेकर आईं और बेंच पर बैठा दिया।
लेकिन शिवाय का रोना बंद नहीं हुआ, जिसके बाद कथित तौर पर एक टीचर ने उसे जोर से थप्पड़ मार दिया। थप्पड़ लगने से शिवाय का सिर बेंच से टकरा गया और वह जमीन पर गिर पड़ा। जमीन पर गिरते ही मासूम के मुंह और नाक से खून बहने लगा। वह बार-बार पानी मांग रहा था, लेकिन आरोप है कि टीचर ने उसे पानी नहीं पिलाया। करीब 10 मिनट बाद उसकी आवाज आनी बंद हो गई। जब एक टीचर ने उसे हिलाया तो वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा था। इसके बाद टीचर बाहर गईं और शिवाय के माता-पिता को फोन कर बुलाया।
जब परिजन स्कूल पहुंचे तो शिवाय बेसुध पड़ा था। वे तुरंत उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अपने मासूम बेटे की मौत से वीरेंद्र और उनका परिवार गहरे सदमे में है।
शिवाय की मौत के बाद परिजनों ने स्कूल के टीचरों पर मारपीट का गंभीर आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू की और बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया। डीसीपी गंगा नगर विवेक यादव ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से बताया कि बच्चे के शरीर पर तीन जगह चोट के निशान मिले हैं। उसकी आईब्रो के पास और टांग पर चोट के निशान हैं। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि लड़के के प्राइवेट पार्ट्स में भी चोट के निशान पाए गए हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मिले इन चौंकाने वाले चोट के निशानों ने पूरे मामले को और भी रहस्यमय बना दिया है। पुलिस अब कई बिंदुओं पर गहन जांच कर रही है। स्कूल के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है और क्लास में मौजूद दूसरे बच्चों से भी पूछताछ की जाएगी, ताकि यह पता चल सके कि वास्तव में उस दिन क्लास में क्या हुआ था।
प्रथम दृष्टया, पुलिस ने स्कूल के दो शिक्षकों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी भी शिक्षक की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा और शिक्षकों के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक चार साल के मासूम बच्चे की इस तरह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। परिजनों और आम लोगों की मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच हो और दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में किसी और मासूम बच्चे को इस तरह की दर्दनाक পরিণতি न भुगतनी पड़े। पुलिस पर अब इस संवेदनशील मामले की सच्चाई सामने लाने का भारी दबाव है।