प्रयागराज में अनोखी शादी: विदाई के वक्त दुल्हन का तोतलापन बना तलाक का कारण
प्रयागराज में एक युवती की धूमधाम से शादी हुई, लेकिन विदाई के वक्त दुल्हन का तोतलापन सामने आने पर दूल्हे और उसके परिवार ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए शादी तोड़ दी।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के मऊआइमा क्षेत्र में एक असामान्य घटना ने खुशी के माहौल को पल भर में निराशा में बदल दिया। एक युवती का विवाह कौशांबी जिले के युवक के साथ बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुआ। दोनों परिवारों में उत्साह और उल्लास का वातावरण था। बारात का भव्य स्वागत हुआ, जयमाला की रस्म अदा की गई और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ फेरे भी पूरे हुए, जिससे लगा कि दो नए जीवन एक पवित्र बंधन में बंध गए हैं।
हालांकि, रविवार की सुबह, विदाई के समय अप्रत्याशित मोड़ आया। दुल्हन अचानक जोर-जोर से रोने लगी। उसके रोने की आवाज सुनकर दूल्हा और उसके परिवार के सदस्य हैरान हो गए। जब उन्होंने दुल्हन से उसके रोने का कारण पूछा, तो उन्हें एक ऐसी सच्चाई का पता चला जिसने उन्हें स्तब्ध कर दिया। दुल्हन तोतली थी, और यह बात शादी की रस्मों के दौरान किसी को भी भनक तक नहीं लगी थी।
दुल्हन की तोतली आवाज सुनकर दूल्हा और उसके परिवार के लोग खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगे। उन्होंने तत्काल बिचौलिए (अगुवा) को बुलाया और आरोप लगाया कि लड़की पक्ष ने जानबूझकर इस महत्वपूर्ण तथ्य को छिपाकर उनके साथ धोखा किया है। दूल्हे ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह इस शादी को स्वीकार नहीं करेगा, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि अंततः गांव की पंचायत को हस्तक्षेप करना पड़ा।
पंचायत में दोनों पक्षों के गणमान्य व्यक्तियों ने बैठकर इस संवेदनशील मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श किया। लंबी बातचीत के बाद, एक व्यावहारिक निर्णय लिया गया। पंचायत के सदस्यों ने महसूस किया कि यदि दुल्हन अपनी इस शारीरिक विशेषता के साथ ससुराल जाती है, तो उसे वैवाहिक जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और शायद ही वह वहां सुखी रह पाएगी। दुल्हन के तोतलेपन को भविष्य में उनके रिश्ते में एक स्थायी बाधा के रूप में देखा गया।
अंततः, दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से इस शादी को वहीं समाप्त करने का फैसला किया। एक दूसरे को दिए गए उपहार और सामान वापस किए गए, और बारात बिना दुल्हन के ही अपने गांव लौट गई। यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि यह विवाह जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक संबंध में पारदर्शिता और ईमानदारी के महत्व को भी रेखांकित करती है। दुल्हन के तोतलेपन को शादी से पहले छिपाना, दूल्हा और उसके परिवार के लिए एक बड़ा आघात था, जिसने एक संभावित नए रिश्ते की शुरुआत को दुखद अंत में बदल दिया। इस घटना ने दोनों परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया और स्थानीय समुदाय में चर्चा का विषय बन गया।