वाराणसी रेलवे स्टेशन पर RPF की सघन चेकिंग: 9 लोगों पर FIR, डॉग स्क्वायड के साथ फ्लैग मार्च

वाराणसी रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने स्टेशन पर सघन चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें डॉग स्क्वायड भी शामिल था। इस दौरान 9 लोगों पर विभिन्न रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की गई, और 'ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते' के तहत एक बिछड़े हुए बच्चे को चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंपा गया।

वाराणसी रेलवे स्टेशन पर RPF की सघन चेकिंग: 9 लोगों पर FIR, डॉग स्क्वायड के साथ फ्लैग मार्च

वाराणसी, उत्तर प्रदेश: आज (11 जून, 2025) रेलवे सुरक्षा बल (RPF) वाराणसी ने स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया और प्लेटफॉर्म पर सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान डॉग स्क्वायड के साथ फ्लैग मार्च भी किया गया, जिसमें विभिन्न रेलवे एक्ट के तहत कुल 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई।


अवैध पार्किंग और वेंडिंग पर कार्रवाई

अभियान के दौरान, पिक एंड ड्रॉप एरिया में अवैध रूप से वाहन खड़े करने के आरोप में तीन व्यक्तियों के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 159 के तहत कार्रवाई की गई। वहीं, सर्कुलेटिंग एरिया में ठेला लाने और अनाधिकृत रूप से बिक्री करने के आरोप में तीन ठेला वालों के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 144 में मुकदमा पंजीकृत किया गया।


'ऑपरेशन पंक्चुअलिटी' के तहत चेन पुलिंग पर शिकंजा

'ऑपरेशन पंक्चुअलिटी' के तहत ट्रेनों में चेन पुलिंग करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई:

  • गाड़ी संख्या 22467 में चेन पुलिंग करने के आरोप में मोनू चौहान (निवासी चंदौली) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनके परिजन पीछे रह गए थे।
  • गाड़ी संख्या 12391 में चेन पुलिंग करने के आरोप में प्रदीप प्रसाद (साहिबगंज, बिहार) के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। प्रदीप ने बताया कि वे गलती से दूसरी गाड़ी में बैठ गए थे और बैठने से पहले उन्होंने चेक नहीं किया था।
  • गाड़ी संख्या 09066 में चेन पुलिंग करने के आरोप में विशाल गौतम के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 141 में मामला पंजीकृत किया गया। पूछने पर उन्होंने बताया कि परिवार अभी तक स्टेशन पर नहीं आया था।

'ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते' के तहत बिछड़े बच्चे को मिलाया चाइल्ड हेल्पलाइन से

'ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते' के तहत गठित टीम (सहायक उपनिरीक्षक धर्मेंद्र यादव और मिठाई लाल) ने चेकिंग के दौरान एक 14 वर्षीय बच्चे शाहबाज़ आलम को पाया। बच्चे ने बताया कि वह कुछ दिन पूर्व आगरा से आया है और चार-पांच वर्ष पूर्व अपने माता-पिता से बिछड़ गया था। बच्चे के हित का ध्यान रखते हुए, RPF ने चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचित किया और बच्चे को उनके सुपुर्द कर दिया।

रेलवे सुरक्षा बल द्वारा उठाए गए ये कदम रेलवे परिसर में सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।