RBI ने तीसरी बार घटाई रेपो रेट: अब 5.5%, विदेशी मुद्रा भंडार भी $691.5 बिलियन पर

आरबीआई ने अपनी मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक के बाद रेपो रेट को लगातार तीसरी बार घटाकर 5.5% कर दिया है. इसके साथ ही गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि 30 मई 2025 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार $691.5 बिलियन पर पहुंच गया है.

RBI ने तीसरी बार घटाई रेपो रेट: अब 5.5%, विदेशी मुद्रा भंडार भी $691.5 बिलियन पर
एक झटके में खत्म हो जाएगा देश का 96% लोन

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक के बाद एक बड़ा फैसला लेते हुए रेपो रेट में 0.50% की कटौती की घोषणा की है. यह लगातार तीसरी बार है जब रेपो रेट में कमी की गई है, और अब यह घटकर 5.5% पर आ गई है. इस निर्णय को महंगाई में गिरावट और आर्थिक बढ़ोतरी की स्थिरता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.

इससे पहले, फरवरी और अप्रैल में भी RBI ने रेपो रेट में 0.25-0.25% की कटौती की थी, जिससे यह दर 6.50% से घटकर पहले 6.25%, फिर 6% और अब 5.5% पर आ गई है. यह कदम लोन और EMI पर क्या असर डालेगा, इस पर सबकी निगाहें हैं.


विदेशी मुद्रा भंडार: $691.5 बिलियन पर

रेपो रेट में कटौती की घोषणा के साथ ही, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने आज शुक्रवार को बताया कि 30 मई 2025 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 691.5 बिलियन डॉलर था. यह आंकड़ा पिछले सप्ताह (23 मई 2025) के 692.72 बिलियन डॉलर से 1.2 बिलियन डॉलर कम है. यह भंडार सितंबर 2024 में अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से लगभग 13.4 बिलियन डॉलर नीचे है.

गवर्नर मल्होत्रा ने यह भी बताया कि भारत के पास इस समय इतना मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार है कि वह 11 महीनों तक वस्तुओं के आयात को कवर कर सकता है. इसके अलावा, यह भंडार देश के 96% विदेशी कर्ज को भी कवर करने में सक्षम है, जो भारत की आर्थिक स्थिरता का एक महत्वपूर्ण संकेतक है.


रुपये में साप्ताहिक गिरावट

वहीं, अमेरिकी टैरिफ के बारे में अनिश्चितता के बीच भारतीय रुपये में साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई है. मई में मुद्रा छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच गई थी, लेकिन महीने के दौरान इसकी बढ़त कम हो गई. शुक्रवार को रुपया 85.8050 प्रति अमेरिकी डॉलर पर थोड़ा ही बदला, क्योंकि आरबीआई ने अपनी प्रमुख रेपो दर में उम्मीद से कहीं ज़्यादा 50 आधार अंकों की कटौती की और बैंकों के लिए आरक्षित रेश्यो में भी कटौती की.