CJI गवई का इलाहाबाद हाईकोर्ट में संबोधन: 'संविधान ने देश को एकजुट रखा, प्रगति की मिसाल बना भारत'
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय परिसर में आयोजित समारोह में भारतीय संविधान को देश की एकता और प्रगति का आधार बताया। उन्होंने कहा कि भारत ने लोकतांत्रिक मजबूती से तरक्की कर पूरी दुनिया के लिए मिसाल कायम की है।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय परिसर में आयोजित एक समारोह में देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने भारतीय संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि जब भी देश पर संकट आया, भारत हमेशा एकजुट और मजबूत रहा। उन्होंने इसका श्रेय भारतीय संविधान को दिया और कहा कि हमारे पड़ोसी देशों में जहां आज भी अस्थिरता और संकट है, वहीं भारत 75 वर्षों बाद भी निरंतर प्रगति कर रहा है, जो संविधान की ही देन है।
CJI चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि संविधान ने न केवल देश को जोड़े रखा, बल्कि हमें सामाजिक और आर्थिक समानता की दिशा में आगे बढ़ाया। स्वतंत्रता के बाद भारत ने जिस लोकतांत्रिक मजबूती के साथ विकास किया है, वह पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण है।
प्रयागराज से खास जुड़ाव:
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, CJI चंद्रचूड़ ने कहा कि शपथ लेने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय में यह उनका पहला आधिकारिक कार्यक्रम है और यह उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने प्रयागराज के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि जब वे 2019 में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, तो जस्टिस विनीत सरन, कृष्ण मुरारी और बाद में विक्रम नाथ के साथ उनके पारिवारिक संबंध बन गए। उन्होंने हंसते हुए कहा, "योगी जी तो शक्तिशाली हैं ही, लेकिन इलाहाबाद भी कम शक्तिशाली लोगों की धरती नहीं है। विक्रम नाथ देश के सबसे मजबूत न्यायाधीशों में से एक हैं। उनके निमंत्रण को अस्वीकार करने की मुझमें हिम्मत नहीं थी।"
बार-बेंच के तालमेल की सराहना:
CJI चंद्रचूड़ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन को अनुशासित बताते हुए कहा कि जब बार और बेंच मिलकर काम करते हैं, तभी न्याय तंत्र बेहतर ढंग से काम कर सकता है। उन्होंने वकीलों के लिए बनाए गए नए चैंबर और बहु-स्तरीय पार्किंग की सराहना करते हुए कहा कि इतनी बड़ी और सुविधा संपन्न इमारत उनकी जानकारी में दुनिया में कहीं नहीं है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया और कहा कि मुख्यमंत्री ने न केवल न्यायाधीशों और वकीलों का, बल्कि आम आदमी का भी ध्यान रखा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हाईकोर्ट आने वाले वादियों के लिए नए भवन के निर्माण को मंजूरी दी है, जो सराहनीय है। उन्होंने बेहतर न्याय व्यवस्था के लिए बार और बेंच के अच्छे तालमेल की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रयागराज की ऐतिहासिक विरासत का स्मरण:
CJI चंद्रचूड़ ने प्रयागराज की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि न्याय के क्षेत्र में इलाहाबाद का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। उन्होंने मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू जैसे वकीलों और महादेवी वर्मा, हरिवंश राय बच्चन, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, सुभद्रा कुमारी चौहान जैसे साहित्यकारों का स्मरण किया। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में चंद्रशेखर आजाद के योगदान को भी याद किया और कहा कि उनके बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा।