Gorakhpur News: डेट से पहले ही जबरन करा दी डिलीवरी जच्चा की तबीयत सीरियस नवजात शिशु की हुई मौत
सहजनवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जो कि विभिन्न प्रकार के अपने करतूत को लेकर के विगत वर्षों से मीडिया के सुर्खियों में छाया रहता है

गोरखपुर जिले के सहजनवा तहसील क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत धुरियापार के रहने वाले हैं,पीड़ित सत्येंद्र सिंह पुत्र हीरालाल सिंह ने बताया कि हमारी पत्नी कुसुम सिंह के पेट में 8:30 महीने का बच्चा पल रहा था, अचानक 31 3.2025 को दिन में करीब 11:00 बजे तबीयत काफी खराब हो गया था आशा की मदद से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र सहजनवा लाया गया जहां पर जबरन अस्पताल में भर्ती कर इलाज प्रारंभ कर दिया गया
वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्स बबली व मिथिलेश पटेल द्वारा बच्चा पैदा करने की कोशिश गई, जब प्रस्तुति महिला को लेबर पेन नहीं हो रहा था, तो सुई दवा के द्वारा बच्चा पैदा करने की कोशिश किया गया, वहीं जबरदस्ती चीरा लगाकर ऑपरेशन करके बच्चा पैदा करवाने लगे, वहीं सारे प्रयासों के बाद जब बच्चा पैदा नहीं हुआ,तो जच्चा बच्चा दोनों दोनों की तबीयत जब ज्यादा सीरियस हो गई, तो आशा की मदद से नजदीकी प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया जहां पर ऑपरेशन के द्वारा, बच्चा पैदा हुआ और बच्चे की भी तबीयत काफी सीरियस थी प्राइवेट अस्पताल द्वारा तत्काल रेफर कर दिया गया और उसके बाद नवजात शिशु की मृत्यु हो गई
वहीं पति ने बताया कि हमारी पत्नी यानी प्रसूति महिला की तबीयत अचानक गंभीर रूप से बिगड़ती गई जिसको आनन फानन में, अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है वही पीड़ित परिवार वालों ने बताया 31 तारीख 2025 सरकारी डॉक्टर की लापरवाही से मेरे बच्चे की मौत हुई है , और इतना ही नहीं जब बीते दो दिन पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहजनवा पहुंचे और 31 तारीख के दिन तैनात स्टाफ के बारे जानकारी लेने की कोशिश की गई तो सहजनवा के अधीक्षक द्वारा पुलिस बुलाकर पिटवाने की भी धमकी दी गई, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही वही पीड़ित पति ने बताया हमने जिला अधिकारी गोरखपुर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी गोरखपुर को शिकायत की तो जिले की जिम्मेदारों द्वारा आश्वासन दिया गया टीम गठित कर उक्त प्रकरण में गंभीरता से जांच कर लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सबसे बड़ा सवाल ये है कि की आशा द्वारा प्राइवेट हॉस्पिटल भेजी गई प्रस्तुति महिलाओं का किस डॉक्टर ने किया ऑपरेशन, क्या प्राइवेट अस्पताल में कोई गायनी या सर्जन था मौजूद या फिर झोलाछाप डॉक्टर ने कर दिया ऑपरेशन आशाएं खेल रहे प्रसूति महिलाओं के जीवन से बड़ा खेल, डिलीवरी डेट के 15 दिन पहले ही करते हैं ऑपरेशन सबसे बड़ा सवाल ये है कि की आशा द्वारा प्राइवेट हॉस्पिटल भेजी गई प्रस्तुति महिलाओं का किस डॉक्टर ने किया ऑपरेशन, क्या प्राइवेट अस्पताल में कोई गायनी या सर्जन था मौजूद या फिर झोलाछाप डॉक्टर ने कर दिया ऑपरेशन आशाएं खेल रहे प्रसूति महिलाओं के जीवन से बड़ा खेल, डिलीवरी डेट के 15 दिन पहले ही करते हैं ऑपरेशन और पीड़ित सहजनवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लापरवाह जिम्मेदारों व प्राइवेट हॉस्पिटल के जिमेदार के ऊपर कार्रवाई को लेकर ज़िले के आला अधिकारियों के दफ्तर का लगाते रहते हैं चक्कर नहीं होता है कोई कार्यवाही।