Gorakhpur News: ओवरलोडिंग जांच पर भिड़े टोल कर्मी और बस चालक, तेनुआ टोल प्लाजा पर मारपीट में आठ गिरफ्तार
गोरखपुर के तेनुआ टोल प्लाजा पर बस की ओवरलोडिंग जांच को लेकर हुए विवाद में आठ लोग गिरफ्तार, मारपीट का वीडियो हुआ वायरल, जानें पूरा मामला।

मारपीट करने वाले गिरफ्तार आठों आरोपी - फोटो
गोरखपुर जिले के तेनुआ टोल प्लाजा पर शुक्रवार को एक बस की ओवरलोडिंग की जांच के दौरान टोल कर्मियों और बस चालक-परिचालक के बीच तीखा विवाद हो गया। देखते ही देखते यह विवाद मारपीट में बदल गया और पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के आठ लोगों को गिरफ्तार किया और मामले में केस दर्ज कर लिया है।
क्या था पूरा मामला?
शुक्रवार को दोपहर करीब दो बजे लखनऊ से बिहार की ओर जा रही एक निजी बस जब तेनुआ टोल प्लाजा पहुंची, तो वहां मौजूद टोल कर्मियों ने बस की ओवरलोडिंग जांचने की कोशिश की। इस पर बस चालक और परिचालक ने आपत्ति जताई और दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई।
चश्मदीदों के अनुसार, कहासुनी जल्दी ही मारपीट में बदल गई। आरोप है कि टोल कर्मियों ने लाठियों का इस्तेमाल किया और कुछ यात्रियों को भी निशाना बनाया। इस घटना का वीडियो वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने बना लिया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जिससे मामला और तूल पकड़ गया।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही थाना गीडा प्रभारी आईपीएस अधिकारी आसना चौधरी के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया। पुलिस ने दोनों पक्षों के आठ लोगों को हिरासत में लिया और जांच के बाद मामला दर्ज किया।
गिरफ्तार टोल कर्मी:
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धीरज कुमार (गीडा, तेनुआ)
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विशाल सिंह (बांसगांव)
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सुनील (मंझरिया, खजनी)
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महेश शाही (खुखुंदू)
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संतोष कुमार (तेनुआ, गीडा)
गिरफ्तार बस पक्ष:
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आशुतोष कुमार (परिचालक, करनपुर, सुपौल, बिहार)
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गंगा राम (चालक, बिल्ली, सुपौल, बिहार)
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पप्पू कुमार (यात्री, अजबीनगर, गोपालगंज, बिहार)
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
मारपीट की यह घटना तब और चर्चा में आई जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में टोल कर्मी हाथों में लाठी लिए दिखाई दे रहे हैं, जिससे टोल प्लाजा पर सुरक्षा व्यवस्था और कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। वायरल वीडियो को भी जांच का हिस्सा बनाया गया है और यह देखा जाएगा कि किस पक्ष ने झगड़े की शुरुआत की।
इस घटना के बाद गोरखपुर पुलिस ने अन्य टोल प्लाजा कर्मियों को भी सतर्क रहने और संयम बरतने की हिदायत दी है।
निष्कर्ष: क्या ओवरलोडिंग पर टकराव सामान्य हो गया है?
यह घटना सिर्फ एक टोल प्लाजा की नहीं, बल्कि बस ओवरलोडिंग जैसे गंभीर मुद्दे पर प्रशासन और ट्रांसपोर्ट सेक्टर के बीच तालमेल की कमी को उजागर करती है। जहां एक ओर सड़क सुरक्षा के लिए ओवरलोडिंग पर नियंत्रण जरूरी है, वहीं दूसरी ओर शांतिपूर्ण व्यवहार और कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई उतनी ही जरूरी है।
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