आईआईटी बीएचयू: वैज्ञानिकों की 34 देशों में 114 एकेडमिक यात्राएं, इस सत्र में तुर्किये नहीं गया कोई; पढ़ें ये जानकारी

आईआईटी बीएचयू: वैज्ञानिकों की 34 देशों में 114 एकेडमिक यात्राएं, इस सत्र में तुर्किये नहीं गया कोई; पढ़ें ये जानकारी।

आईआईटी बीएचयू: वैज्ञानिकों की 34 देशों में 114 एकेडमिक यात्राएं, इस सत्र में तुर्किये नहीं गया कोई; पढ़ें ये जानकारी

 Iit-bhu : आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) के वैज्ञानिकों ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में अनुसंधान और अकादमिक उद्देश्यों के लिए 34 विभिन्न देशों की कुल 114 यात्राएं कीं। हालांकि, यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में कम है। शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में संस्थान के वैज्ञानिकों ने 46 देशों में 149 विदेशी यात्राएं की थीं। इस वर्ष 12 देशों और 33 यात्राओं की कमी दर्ज की गई है।

आंकड़ों के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) अभी भी आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसरों के लिए नंबर एक अनुसंधान-अकादमिक गंतव्य बना हुआ है, लेकिन इस वर्ष अमेरिका जाने वाले प्रोफेसरों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट आई है। पिछले वर्ष 22 प्रोफेसरों ने अमेरिका की यात्रा की थी, जबकि इस वर्ष यह संख्या घटकर 12 रह गई है, जो लगभग 50% की कमी दर्शाती है।

एक और महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि इस शैक्षणिक सत्र में तुर्किये और रूस का एक भी शैक्षणिक दौरा नहीं हुआ, जबकि पिछले वर्ष इन दोनों देशों में आईआईटी बीएचयू के वैज्ञानिकों ने यात्राएं की थीं।

दूसरी ओर, चीन की यात्राओं में इस वर्ष वृद्धि देखी गई है। पिछले वर्ष केवल दो वैज्ञानिकों ने चीन की यात्रा की थी, जबकि इस वर्ष यह संख्या बढ़कर आठ हो गई है।

यूरोप की बात करें तो, संस्थान के वैज्ञानिक 2023-24 में 44 बार और 2024-25 में कुल 52 बार यूरोप पहुंचे, जो मामूली वृद्धि दर्शाता है। हालांकि, पूर्वी एशिया के चार देशों में यात्राओं की संख्या में थोड़ी कमी आई है। पिछले वर्ष इन देशों में 35 यात्राएं हुई थीं, जबकि इस वर्ष यह संख्या 32 है। जापान की यात्राओं में भी कमी आई है, जो पिछले वर्ष 16 से घटकर इस वर्ष 9 रह गई है।

पूर्वी एशिया के चार देशों में कुल 32 शैक्षणिक और अनुसंधान यात्राएं हुईं, जबकि यूरोप में यह संख्या लगभग 50 रही। इस वर्ष जापान के 9 दौरों के अलावा, चीन और ताइवान में 8-8 और दक्षिण कोरिया में कुल सात वैज्ञानिक दौरे हुए। संस्थान के प्रोफेसरों ने कुल 9 विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।

अन्य देशों की बात करें तो, दक्षिण कोरिया और फ्रांस में 7-7 यात्राएं हुईं, जबकि कनाडा और ग्रीस में 5-5 यात्राएं दर्ज की गईं। यूके में 4, नेपाल और जर्मनी में 3-3 यात्राएं हुईं। स्पेन, ऑस्ट्रिया, मलेशिया, यूएई, हंगरी और पोलैंड में 2-2 यात्राएं हुईं।

शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में आईआईटी बीएचयू के वैज्ञानिकों ने एस्टोनिया, यूरोपीय संघ, लक्जमबर्ग, कंबोडिया, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया, पुर्तगाल, बोलोग्ना, स्वीडन, न्यूजीलैंड, नीदरलैंड, थाईलैंड, सिंगापुर, बेल्जियम और स्विट्जरलैंड जैसे देशों की भी यात्राएं कीं। इटली में 8, दक्षिण कोरिया और फ्रांस में 7-7, कनाडा और ग्रीस में 5-5 यात्राएं हुईं। यूके, ग्रीस, ताइवान, चीन, स्पेन, ऑस्ट्रिया, हंगरी, पोलैंड, नेपाल और जर्मनी में 2-3 यात्राएं दर्ज की गईं।

पिछले शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में वैज्ञानिकों ने एस्टोनिया, इजराइल, कनाडा, सर्बिया, फिलीपींस, क्रोएशिया, हांगकांग, रोमानिया, आर्मेनिया, डेनमार्क, यूएई, काठमांडू, मिस्र, नीदरलैंड, थाईलैंड, बेल्जियम, स्विट्जरलैंड, हनोई, फिनलैंड, तुर्किये और रूस जैसे देशों की यात्राएं की थीं। उस वर्ष अमेरिका में 22, जापान में 16, जर्मनी में 9, ऑस्ट्रेलिया में 9 और सिंगापुर में 9 यात्राएं प्रमुख थीं। इस वर्ष अमेरिका में 12, फिनलैंड में 9, इटली में 9, जापान में 9, ताइवान में 8 और चीन में 8 यात्राएं प्रमुख रहीं।