भारत-पाक तनाव के बाद राहत: बंद किए गए 32 एयरपोर्ट आज से फिर खुले
भारत-पाकिस्तान तनाव के बाद राहत: 15 मई तक बंद 32 एयरपोर्ट आज से खुले, वाराणसी भी शामिल। यात्रियों के लिए जरूरी सूचनाएं और पूरी खबर पढ़ें।

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के बाद सुरक्षा कारणों से अस्थायी रूप से बंद किए गए देश के 32 एयरपोर्ट आज, [आज की तारीख], से नागरिक विमान परिचालन के लिए फिर से खोल दिए गए हैं। यह कदम दोनों देशों के बीच तनाव में कुछ कमी आने और क्षेत्र में स्थिरता के संकेतों के बाद उठाया गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने इस संबंध में एक आधिकारिक बयान जारी कर जानकारी दी है, जिससे यात्रियों और एयरलाइनों ने राहत की सांस ली है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई थी, जिसके चलते एहतियाती कदम उठाते हुए सरकार ने पश्चिमी और उत्तरी भारत के संवेदनशील क्षेत्रों में स्थित 32 एयरपोर्ट पर नागरिक विमानों की आवाजाही को 15 मई तक के लिए स्थगित कर दिया था। यह निर्णय यात्रियों और विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया था। इन एयरपोर्ट्स में जम्मू, श्रीनगर, अमृतसर, चंडीगढ़ और लेह जैसे महत्वपूर्ण हवाई अड्डे शामिल थे, जिससे हवाई यात्रा करने वाले लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा।
एयरपोर्ट बंद होने के कारण हजारों यात्री विभिन्न हवाई अड्डों पर फंसे रहे और कई उड़ानों को रद्द या पुनर्निर्धारित करना पड़ा। इससे न केवल यात्रियों को परेशानी हुई, बल्कि एयरलाइनों और पर्यटन उद्योग को भी काफी नुकसान हुआ। व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा, क्योंकि हवाई संपर्क महत्वपूर्ण रूप से बाधित हो गया था।
हालांकि, हाल के घटनाक्रमों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में कुछ कमी आई है। दोनों देशों के राजनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत के बाद स्थिति में कुछ सुधार देखने को मिला है। इसी सकारात्मक बदलाव को देखते हुए सरकार ने 15 मई की समय सीमा से पहले ही इन 32 एयरपोर्ट को फिर से खोलने का फैसला किया है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए एयरपोर्ट को परिचालन के लिए तैयार कर लिया गया है। उन्होंने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी संबंधित एयरलाइनों से अपनी उड़ानों की स्थिति की पुष्टि कर लें और एयरपोर्ट पर पहुंचने से पहले नवीनतम दिशानिर्देशों की जांच कर लें।
इन 32 एयरपोर्ट के फिर से खुलने से न केवल फंसे हुए यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि हवाई यात्रा और संबंधित उद्योगों को भी एक नई गति मिलेगी। यह कदम क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है।
खुले हुए 32 एयरपोर्ट की सूची:
यहां उन 32 एयरपोर्ट की सूची दी गई है जिन्हें आज से नागरिक विमान परिचालन के लिए फिर से खोल दिया गया है:
- अमृतसर (ATQ)
- चंडीगढ़ (IXC)
- जम्मू (IXJ)
- श्रीनगर (SXR)
- लेह (IXL)
- पठानकोट (IXP)
- अंबाला (IXZ)
- हलवारा (LUH)
- आदमपुर (AIP)
- बठिंडा (BUP)
- हिंडन (HDX)
- बीकानेर (BKB)
- जैसलमेर (JSA)
- जोधपुर (JDH)
- उदयपुर (UDR)
- किशनगढ़ (KQH)
- कुल्लू-मनाली (KUU)
- शिमला (SLV)
- कांगड़ा (DHM)
- धर्मशाला (DHM)
- पंतनगर (PGH)
- देहरादून (DED)
- बरेली (BEK)
- गोरखपुर (GOP)
- वाराणसी (VNS)
- लखनऊ (LKO)
- कानपुर (KNU)
- प्रयागराज (IXD)
- आगरा (AGR)
- ग्वालियर (GWL)
- खजुराहो (HJR)
- दिल्ली (DEL)
यात्रियों के लिए सलाह:
एयरपोर्ट खुलने के बाद यात्रियों को कुछ बातों का ध्यान रखना होगा:
- अपनी उड़ान की स्थिति एयरलाइन की वेबसाइट या हेल्पलाइन के माध्यम से जरूर जांच लें।
- एयरपोर्ट पर सामान्य से अधिक भीड़ हो सकती है, इसलिए पर्याप्त समय लेकर चलें।
- सुरक्षा जांच में अधिक समय लग सकता है, इसलिए सहयोग करें।
- कोविड-19 से संबंधित सभी दिशानिर्देशों का पालन करें, जैसे मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया:
सरकार ने इस फैसले को क्षेत्र में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी संबंधित अधिकारियों को एयरपोर्ट पर सुचारू संचालन सुनिश्चित करने और यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क रहने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कहा गया है।
आर्थिक प्रभाव:
एयरपोर्ट के फिर से खुलने से अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। हवाई यात्रा पर निर्भर व्यवसाय, जैसे पर्यटन, होटल और परिवहन, अब अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकेंगे। व्यापार और वाणिज्यिक यात्राएं भी सामान्य हो जाएंगी, जिससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
निष्कर्ष:
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद बंद किए गए 32 एयरपोर्ट का फिर से खुलना एक सकारात्मक विकास है। यह न केवल आम यात्रियों के लिए राहत की खबर है, बल्कि यह क्षेत्र में स्थिरता और सामान्यता की ओर बढ़ने का भी संकेत देता है। उम्मीद है कि दोनों देश भविष्य में भी शांति और सहयोग बनाए रखने की दिशा में काम करेंगे। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय नवीनतम जानकारियों को ध्यान में रखें और एयरपोर्ट अधिकारियों और एयरलाइनों के साथ सहयोग करें।