मुंबई में फिर कोरोना की दस्तक, 53 पॉजिटिव मामले, दो की मौत, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

मुंबई में कोरोना वायरस के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है, 53 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं और दो मरीजों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है और अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए गए हैं।

मुंबई में फिर कोरोना की दस्तक, 53 पॉजिटिव मामले, दो की मौत, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

मुंबई, मंगलवार, 20 मई 2025, दोपहर 12:08 बजे। मायानगरी मुंबई में एक बार फिर कोरोना वायरस की आहट सुनाई देने लगी है। बीते कुछ दिनों में शहर में कोविड-19 के मामलों में अप्रत्याशित उछाल आया है, जिसने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में अब तक 53 से अधिक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस चिंताजनक स्थिति के बीच, दो कोविड संक्रमित मरीजों की मौत की खबर ने माहौल को और गमगीन कर दिया है। हालांकि, बीएमसी ने स्पष्ट किया है कि दोनों ही मृतक पहले से ही गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे।

जनवरी से अप्रैल 2025 तक अपेक्षाकृत शांत रहने के बाद, मई के महीने में कोरोना के मामलों में अचानक हुई यह वृद्धि निश्चित रूप से निगरानी और सतर्कता बढ़ाने की मांग करती है। मुंबई महानगरपालिका प्रशासन हरकत में आ गया है और अपने अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के लिए विशेष बिस्तर और आइसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं। बीएमसी का स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर लगातार बारीक नजर रख रहा है और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।

नागरिकों के बीच व्याप्त आशंका को कम करने के प्रयास में, नगर निगम प्रशासन ने लोगों से न घबराने की अपील की है। हालांकि, एहतियात बरतना और कोविड-19 के लक्षणों के प्रति सजग रहना बेहद जरूरी है। प्रशासन ने अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्था होने का आश्वासन दिया है। सेवन हिल्स अस्पताल में आईसीयू, बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष बेड के साथ-साथ सामान्य बेड भी उपलब्ध हैं। वहीं, कस्तूरबा अस्पताल में भी आईसीयू बेड और वार्ड तैयार हैं, जिनकी क्षमता आवश्यकतानुसार तुरंत बढ़ाई जा सकती है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोविड-19 के सामान्य लक्षणों को दोहराया है, जिनमें बुखार, खांसी (सूखी या कफ वाली), गले में खराश, थकान, शरीर दर्द और सिरदर्द प्रमुख हैं। कुछ मामलों में सर्दी, नाक बहना, स्वाद या गंध की कमी जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं। गंभीर मामलों में सांस लेने में तकलीफ एक खतरनाक संकेत है, जिस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है। बीएमसी ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो वे बिना किसी देरी के अपने नजदीकी नगरपालिका क्लिनिक, अस्पताल या पारिवारिक चिकित्सक से संपर्क करें।

मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामलों को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। हालांकि प्रशासन मुस्तैद है, लेकिन नागरिकों की सावधानी और सहयोग भी इस लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें!