वाराणसी: ग्रीष्मावकाश में पर्यावरण प्रहरी बनेंगे बच्चे, नमामि गंगे ने दिलाई शपथ
वाराणसी में नमामि गंगे ने ग्रीष्मावकाश से पहले बच्चों को जल और पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई। कार्यशाला में पर्यावरण जागरूकता पर जोर दिया गया और छात्रों को पर्यावरण मित्र बनने के लिए प्रेरित किया गया।

वाराणसी में नमामि गंगे ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने और उन्हें इस नेक कार्य में भागीदार बनाने के लिए एक सराहनीय पहल की है। ग्रीष्मावकाश शुरू होने से ठीक पहले, सोमवार को श्री वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कॉलेज, भैरोनाथ में एक विशेष पर्यावरण संरक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों को पर्यावरण और जल संरक्षण के महत्व से अवगत कराना था।
कार्यशाला के दौरान, छात्रों के बीच पर्यावरण एवं जल संरक्षण पर आधारित एक ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने उत्साहपूर्वक भाग लिया। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक और नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला ने इस अवसर पर बच्चों को पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
श्री शुक्ला ने बच्चों को जल, वायु प्रदूषण के मुख्य कारकों, उनके कारणों और संभावित निवारणों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने पर्यावरण के तेजी से हो रहे नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसी कारण आज हमारा वायुमंडल और जलवायु बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं, जिसका सीधा असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है। उन्होंने पेड़ों की कमी के कारण बढ़ती गर्मी, पृथ्वी के तापमान में वृद्धि और शुद्ध हवा की कमी जैसी गंभीर समस्याओं पर प्रकाश डाला। साथ ही, जल और वायु प्रदूषण से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी खतरों और अन्य जटिल समस्याओं से भी छात्रों को अवगत कराया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन दुष्प्रभावों से बचने के लिए पर्यावरण संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
गौरतलब है कि आगामी बुधवार, 21 मई से विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो जाएगा। इसलिए, नमामि गंगे ने इस अवसर का सदुपयोग करते हुए सोमवार को ही बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाया और उन्हें अपनी छुट्टियां पर्यावरण के प्रति समर्पित करने के लिए प्रेरित किया। बच्चों ने भी इस विषय की गंभीरता को समझा और पर्यावरण संरक्षण में हर संभव सहयोग करने का दृढ़ संकल्प लिया।
कार्यशाला के अंत में, पर्यावरण संरक्षण पर आधारित प्रश्नों के सही उत्तर देने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया गया, जिससे उनका उत्साह और बढ़ा। इस प्रेरणादायक कार्यक्रम में नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, विद्यालय की प्रधानाचार्य मुक्ता पाण्डेय, महानगर सहसंयोजक सारिका गुप्ता, पूनम शुक्ला और विद्यालय की अन्य शिक्षिकाओं के साथ सैकड़ों छात्राएं उपस्थित रहीं, जिन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। यह पहल निश्चित रूप से युवा पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाएगी और उन्हें भविष्य में पर्यावरण प्रहरी के रूप में कार्य करने के लिए प्रेरित करेगी।