Pahalgaon attack: पहलगाम तनाव के बीच उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली में PM मोदी से की मुलाकात, आतंकी हमले के हालात पर हुई चर्चा
Pahalgaon attack: Pahalgam hamle ke baad J&K CM Omar Abdullah ne Delhi mei PM Modi se mulakat ki. Atanki hamle ke halaat aur suraksha vyavastha par charcha hui. Janiye puri khabar

Pahalgaon attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले को ग्यारह दिन बीत चुके हैं। इस हमले के बाद सरकार आतंकियों पर शिकंजा कसने और उन्हें मार गिराने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सुरक्षा बल और जांच एजेंसियां इस दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। इसी बीच, आज एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला दिल्ली पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
पहलगाम में व्याप्त तनावपूर्ण स्थिति के बीच उमर अब्दुल्ला का दिल्ली दौरा काफी अहम माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार, इस मुलाकात के दौरान पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के बाद के हालात पर विस्तृत चर्चा हुई।
पहलगाम में कब और कहाँ हुई थी आतंकी वारदात? मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर के नजदीक स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ में मंगलवार दोपहर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक शामिल थे। यह हमला 2019 में पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे बड़ा और घातक आतंकी हमला था। उच्च पदस्थ अधिकारियों ने बताया था कि मृतकों में दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय निवासी भी शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस बर्बर आतंकी हमले को 'हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुए किसी भी हमले से कहीं बड़ा' बताया था। अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी थी कि यह हमला ऐसे समय पर हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की यात्रा पर हैं और जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और ट्रैकिंग का मौसम पूरे जोर पर है।
74 महीने बाद आतंकी हमले से दहली घाटी:
पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला फरवरी 2019 में पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला है। पहलगाम शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर स्थित बैसरन, जो चीड़ के घने जंगलों और ऊंचे पहाड़ों से घिरा एक खूबसूरत घास का मैदान है, देश और दुनिया के पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य है।
लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े TRF ने ली थी हमले की जिम्मेदारी:
पहलगाम हमले के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों ने बताया था कि हथियारबंद आतंकवादी ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ में घुस आए और वहां भोजनालयों के आसपास घूम रहे, खच्चर की सवारी कर रहे और पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी। पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने इस कायराना हमले की जिम्मेदारी ली है।
उमर अब्दुल्ला और प्रधानमंत्री मोदी की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब पूरा देश पहलगाम में हुए आतंकी हमले से स्तब्ध है और सरकार आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस मुलाकात के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।