संयुक्त राष्ट्र में 'जय श्री राम' से स्पीच की शुरुआत करने वाली डॉ. रोहिणी घावरी ने चंद्रशेखर आज़ाद पर लगाए गंभीर शोषण के आरोप

UN mein 'Jai Shri Ram' se speech shuru karne wali PhD scholar Dr. Rohini Ghavari ne Chandrashekhar Azad par shoshan ke gambhir aarop lagaye hain. Rohini ka kehna hai ki Azad ne unka aur kai mahilaon ka shoshan kiya.

संयुक्त राष्ट्र में 'जय श्री राम' से स्पीच की शुरुआत करने वाली डॉ. रोहिणी घावरी ने चंद्रशेखर आज़ाद पर लगाए गंभीर शोषण के आरोप

इंदौर: उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इंदौर की पीएचडी स्कॉलर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रोहिणी घावरी ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। डॉ. घावरी का आरोप है कि आज़ाद ने उनका और कई अन्य युवतियों का शोषण किया है। हालाँकि, चंद्रशेखर आज़ाद ने भी इन आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि वे कोर्ट में इसका जवाब देंगे।


कौन हैं डॉ. रोहिणी घावरी?

डॉ. रोहिणी घावरी मूल रूप से इंदौर, मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं। वर्तमान में वह स्विट्जरलैंड में रह रही हैं और एक एनजीओ चला रही हैं।

  • उच्च शिक्षा: वर्ष 2019 में उन्हें उच्च शिक्षा के लिए स्विट्जरलैंड जाने का अवसर मिला, जहाँ उन्हें अपनी पीएचडी पूरी करने के लिए एक करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप मिली थी। पिछले पाँच वर्षों से वे वहीं रहकर शोध और सामाजिक कार्य कर रही हैं।
    अंतरराष्ट्रीय पहचान: डॉ. घावरी तब खासा चर्चा में आई थीं जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र (UN) में अपने एक भाषण की शुरुआत 'जय श्री राम' के उद्घोष से की थी। इस भाषण ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी पहचान दिलाई थी।

चंद्रशेखर आज़ाद पर गंभीर आरोप

डॉ. रोहिणी घावरी के मुताबिक, जब वह चंद्रशेखर आज़ाद के साथ रिश्ते में थीं, तब उन्हें यह जानकारी मिली कि चंद्रशेखर पहले से शादीशुदा हैं। उनके अनुसार, यह जानकारी उनके लिए एक भावनात्मक आघात थी। रोहिणी का कहना है कि अब तक उन्होंने चुप्पी साधे रखी थी, लेकिन जब अन्य लड़कियों ने भी इसी तरह के अनुभव साझा किए, तो उन्होंने इस मामले को सार्वजनिक करने का फैसला किया।

रोहिणी का दावा है कि कई युवतियाँ उनसे संपर्क कर रही हैं और उन सभी का आरोप है कि चंद्रशेखर आज़ाद ने उनके साथ भी गलत बर्ताव किया है। उन्होंने साफ किया है कि अब वह कानूनी रास्ता अपनाएँगी और इस मामले को कोर्ट तक ले जाएँगी।

चुनाव तक चुप्पी साधने का कारण

जब डॉ. रोहिणी से यह सवाल पूछा गया कि उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 तक चुप्पी क्यों साधे रखी, तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें डर था कि उनके आरोपों से चंद्रशेखर आज़ाद को चुनावी नुकसान हो सकता है। लेकिन अब, जब उन पर स्वयं सवाल उठाए जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है, तो उन्होंने फिर से मुखर होकर अपनी बात सामने रखी है।

यह गौरतलब है कि चुनाव के दौरान डॉ. रोहिणी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने चंद्रशेखर को "माफ" करने की बात कही थी। पर अब वह कहती हैं कि परिस्थितियाँ बदल गई हैं, और चुप रहना अब संभव नहीं है।


चंद्रशेखर आज़ाद की प्रतिक्रिया

इन गंभीर आरोपों के बीच चंद्रशेखर आज़ाद ने भी अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा, "यह मामला एक महिला के सम्मान से जुड़ा है। मेरे संस्कार मुझे यही सिखाते हैं कि महिलाओं का हमेशा सम्मान करना चाहिए। मुझे जानकारी मिली है कि वह कोर्ट जा रही हैं, तो मैं भी कोर्ट में ही इसका जवाब दूंगा।"

यह मामला अब कानूनी रूप ले सकता है, और देखना होगा कि आगे इस पर क्या कार्रवाई होती है।