यूपी में फिर IAS अफसरों का तबादला, अविनाश कृष्ण सिंह बने प्राविधिक शिक्षा के महानिदेशक, देखें पूरी लिस्ट
यूपी में एक बार फिर 6 IAS अधिकारियों का तबादला किया गया है। अविनाश कृष्ण सिंह को प्राविधिक शिक्षा विभाग का सचिव और महानिदेशक दोनों पदों की जिम्मेदारी मिली। देखें पूरी लिस्ट।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर IAS अधिकारियों का तबादला किया गया है। योगी सरकार ने प्रशासनिक फेरबदल की एक नई सूची जारी की है, जिसमें 6 वरिष्ठ IAS अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इनमें कुछ अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। इन तबादलों के पीछे सरकार की स्पष्ट नीति नजर आ रही है — ईमानदार और कार्यकुशल अफसरों को प्रमुख पदों पर लाना।
तबादला सूची में कौन-कौन शामिल?
1. अविनाश कृष्ण सिंह
वर्तमान में प्राविधिक शिक्षा के महानिदेशक पद पर कार्यरत अविनाश कृष्ण सिंह को अब प्राविधिक शिक्षा विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। इसका अर्थ है कि अब वे दोनों अहम जिम्मेदारियां एक साथ निभाएंगे।
2. ए. दिनेश कुमार
अब तक प्राविधिक शिक्षा विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात ए. दिनेश कुमार को गृह विभाग का विशेष सचिव बनाया गया है।
3. बृजराज सिंह यादव
वरिष्ठ IAS अधिकारी बृजराज सिंह यादव, जो अब तक कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा में विशेष सचिव थे, अब उन्हें अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त, राजस्व परिषद, लखनऊ के पद पर भेजा गया है।
4. विनोद कुमार
अभी तक अलीगढ़ नगर निगम में नगर आयुक्त पद पर कार्यरत विनोद कुमार को प्राविधिक शिक्षा विभाग में विशेष सचिव की जिम्मेदारी दी गई है।
5. प्रेम प्रकाश मीणा
उन्नाव जिले के मुख्य विकास अधिकारी (CDO) रहे प्रेम प्रकाश मीणा को अलीगढ़ का नया नगर आयुक्त नियुक्त किया गया है।
6. कृति राज
फिरोजाबाद में संयुक्त मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात महिला अधिकारी कृति राज को अब उन्नाव का नया मुख्य विकास अधिकारी (CDO) बनाया गया है।
तबादलों का उद्देश्य: बेहतर प्रशासनिक दक्षता
सूत्रों के मुताबिक, यह फेरबदल योगी सरकार की प्रशासनिक पुनर्संरचना नीति के तहत किया गया है। सरकार का फोकस योग्य और निष्ठावान अधिकारियों को क्षेत्रीय और विभागीय नेतृत्व में लाना है, जिससे सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आए और जनता को बेहतर सेवाएं मिल सकें।
अफसरशाही में हलचल
इस तबादले के बाद संबंधित जिलों और विभागों में प्रशासनिक हलचल बढ़ गई है। नए पदस्थापनों के बाद कई परियोजनाओं के संचालन में बदलाव आने की संभावना जताई जा रही है।