Varanasi News : वाराणसी अग्निशमन विभाग की तेज कार्रवाई, 151 दिनों में बचाई 339 जानें

वाराणसी अग्निशमन विभाग के प्रतिक्रिया समय में सुधार। 151 दिन में बचाई 339 लोगों की जान। तेज़ करवा से मिली सफलता।

Varanasi News : वाराणसी अग्निशमन विभाग की तेज कार्रवाई, 151 दिनों में बचाई 339 जानें

Varanasi News : वाराणसी के अग्निशमन विभाग ने अपनी कार्यशैली में उल्लेखनीय सुधार किया है, जिसका सीधा लाभ शहर के लोगों को मिल रहा है। अब आग लगने या किसी अन्य आपात स्थिति की सूचना मिलने पर दमकल की गाड़ियां औसतन मात्र 12 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच रही हैं। इस त्वरित प्रतिक्रिया के चलते विभाग ने इस साल के पहले 151 दिनों में ही 339 लोगों की जान बचाने में सफलता हासिल की है।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि इस वर्ष 1 जनवरी से 31 मई तक अग्निशमन विभाग को आग लगने और बचाव कार्यों के लिए कुल 682 कॉल प्राप्त हुईं। इन आपातकालीन स्थितियों में विभाग ने तत्परता दिखाते हुए 339 इंसानों के साथ-साथ 27 मवेशियों की भी जान बचाई।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने इस सुधार का श्रेय फायर स्टेशनों की बढ़ती संख्या, उपकरणों के आधुनिकीकरण और शहर की यातायात व्यवस्था में आए सकारात्मक बदलाव को दिया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में विभाग का औसत रिस्पांस टाइम 21 मिनट था, जो 2024 में घटकर 17 मिनट हो गया। और इस मौजूदा वर्ष में यह और भी सुधरकर मात्र 12 मिनट पर आ गया है। आनंद सिंह राजपूत ने कहा कि आग लगने के बाद हर पल कीमती होता है, और सही समय पर सूचना मिलने से प्रभावी कार्रवाई करना संभव हो पाता है।

फायर स्टेशनों की संख्या बढ़ने से सुधरा रिस्पांस टाइम:

मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने जिले में कार्यरत फायर स्टेशनों की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में जिले में 7 फायर स्टेशन काम कर रहे हैं, जिनमें दो अस्थायी रूप से स्थापित किए गए हैं। शहरी क्षेत्र में भेलूपुर, चेतगंज और कोतवाली में फायर स्टेशन मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त, श्री काशी विश्वनाथ धाम में एक अलग फायर स्टेशन स्थापित किया गया है। पिंडरा तहसील में भी एक फायर स्टेशन कार्यरत है। अस्थायी तौर पर रोहनिया और चोलापुर में भी फायर स्टेशन बनाए गए हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में तीन और फायर स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें से राजातालाब खजूरी के लिए फायर स्टेशन स्वीकृत हो चुका है, जबकि कुरु और सारनाथ में फायर स्टेशन स्थापित करने की योजना विचाराधीन है। फायर स्टेशनों की बढ़ती संख्या से पूरे जिले में आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया देना संभव हो पाया है।