वाराणसी: कुम्हारों के लिए सौगात! मुफ्त विद्युत चालित चाक पाने का सुनहरा मौका, 31 मई तक करें आवेदन

वाराणसी के ग्रामीण कुम्हारों के लिए खुशखबरी! उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड द्वारा मुफ्त विद्युत चालित चाक वितरण योजना शुरू। 31 मई तक ऑनलाइन आवेदन करें और अपने पारंपरिक व्यवसाय को नई गति दें।

वाराणसी: कुम्हारों के लिए सौगात! मुफ्त विद्युत चालित चाक पाने का सुनहरा मौका, 31 मई तक करें आवेदन

वाराणसी, शनिवार, 17 मई 2025। वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कारीगरों और विशेष रूप से प्रजापति समाज के पारंपरिक कुम्हारों के लिए एक शानदार अवसर आया है। उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड ने "माटी कला समन्वित विकास कार्यक्रम" के तहत वित्तीय वर्ष 2025 में वाराणसी जिले को 50 निःशुल्क विद्युत चालित चाक वितरित करने का लक्ष्य रखा है। इस योजना का उद्देश्य मिट्टी कला के परंपरागत कारीगरों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर प्रोत्साहित करना है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

जिला ग्रामोद्योग अधिकारी यू.पी. सिंह ने इस महत्वपूर्ण योजना की जानकारी देते हुए बताया कि 18 से 55 वर्ष की आयु के इच्छुक कारीगर जो मिट्टी कला में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं, इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। मुफ्त विद्युत चालित चाक प्राप्त करने के लिए कारीगरों को उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड की वेबसाइट www.upmatikalaboard.in पर 31 मई 2025 तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

आवेदन प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए, आवेदकों को ऑनलाइन पोर्टल पर कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे। इन दस्तावेजों में आवेदक की नवीनतम फोटो, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, तहसील द्वारा जारी जाति प्रमाण पत्र, शिक्षा प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, बैंक पासबुक की प्रति, और यदि कोई अनुभव प्रमाण पत्र हो तो वह भी शामिल है।

ऑनलाइन आवेदन करने के बाद, आवेदकों को यह ध्यान रखना होगा कि उन्हें अपने आवेदन की मूल प्रति और सभी आवश्यक दस्तावेजों को 5 जून 2025 तक जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, टकटकपुर, वाराणसी में स्वयं जमा करना होगा। यह सुनिश्चित करेगा कि उनके आवेदन पर विचार किया जाए।

इस योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने या किसी भी प्रकार की सहायता के लिए इच्छुक कारीगर जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, टकटकपुर, वाराणसी में व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, वे निम्नलिखित सीयूजी नंबरों पर भी संपर्क कर सकते हैं: 9580503157, 9264916036.

उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड की यह पहल निश्चित रूप से वाराणसी के कुम्हार समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। मुफ्त विद्युत चालित चाक मिलने से कारीगरों की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, उनका शारीरिक श्रम कम होगा और वे बेहतर गुणवत्ता वाले बर्तन बना सकेंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होने की संभावना है। यह योजना न केवल पारंपरिक कला को जीवित रखने में मदद करेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी। इसलिए, सभी पात्र कुम्हारों को इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाने के लिए जल्द से जल्द ऑनलाइन आवेदन करना चाहिए।