मां ने डाटा छात्रा घर छोड़ गई, वाराणसी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से तलाश शुरू की

वाराणसी के रोहित नगर कॉलोनी में 12वीं कक्षा की एक छात्रा को कम नंबर आने पर मां ने डांटा, नाराज होकर छात्रा घर छोड़कर चली गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से उसकी तलाश शुरू की है।

मां ने डाटा छात्रा घर छोड़ गई, वाराणसी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से तलाश शुरू की

वाराणसी: लंका थाना क्षेत्र के रोहित नगर कॉलोनी में एक 12वीं कक्षा की छात्रा के घर छोड़कर जाने का मामला सामने आया है। यह घटना उस समय घटी जब छात्रा की मां ने उसे कम नंबर आने पर डांटा। मां की डांट से नाराज होकर छात्रा ने घर छोड़ने का फैसला किया और रात दो बजे अपने घर के गेट को फांदकर चली गई।


घटना का विवरण:

छात्रा के घर छोड़ने के बाद घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में दिखाई पड़ा कि वह रात दो बजे घर का गेट फांदकर चली गई। फुटेज से यह भी पता चला कि छात्रा अकेले ही घर से बाहर गई, और तब से उसका कोई पता नहीं चल रहा है। इस घटना से छात्रा के परिवार में चिंता का माहौल है, और उनकी मां ने लंका थाना में शिकायत दर्ज कराई है।


पुलिस की कार्रवाई:

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से छात्रा की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिकायत के आधार पर वे छात्रा के संभावित ठिकानों पर खोजबीन कर रहे हैं। साथ ही, पुलिस ने मां की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है

पुलिस ने बताया कि छात्रा की उम्र को देखते हुए और उसके परिजनों के बयान के बाद ही पुलिस को यकीन हुआ कि यह एक परिवारिक विवाद के कारण हुआ है, लेकिन छात्रा की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है, और इसी कारण उनकी खोज तेज कर दी गई है।


मां की चिंता:

छात्रा की मां का कहना है कि वह अपनी बेटी के कम अंक आने पर थोड़ी गुस्से में थीं, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि इस डांट से उनकी बेटी इतना नाराज हो जाएगी। वह लगातार अपनी बेटी से संपर्क करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन उसका फोन नहीं उठ रहा है। उन्होंने पुलिस से अपील की है कि उनकी बेटी को जल्द से जल्द सुरक्षित ढूंढा जाए।


मनोरंजन में ध्यान न लगाना:

छात्रा की अध्ययन में अव्यवस्था को लेकर परिवार में कई बार तनाव हो चुका था। स्कूल में कम अंक आने के कारण छात्रा की मां ने उसे डांटा था, लेकिन यह भी एक याद दिलाने वाली बात है कि बच्चों को बेहतर परिणामों के लिए समझाने के बजाय उन्हें दबाव में डालने से कभी भी अच्छे परिणाम नहीं आते।

इस घटनाक्रम से यह भी स्पष्ट हो गया कि घर में तनावपूर्ण माहौल और सही मार्गदर्शन की कमी एक ऐसे मनोवैज्ञानिक प्रभाव बना सकते हैं, जो बच्चे को फैसले लेने के लिए मजबूर कर सकते हैं।


छात्रा का संभावित मार्ग:

छात्रा की मां का कहना है कि उनके लिए यह बेहद चौंकाने वाला था कि उनकी बेटी ने घर छोड़ने का फैसला किया। उनकी बेटी पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति का सामना कर रही थी और इस समय उसके लिए कोई उपयुक्त मार्गदर्शन नहीं था। परिवार के सदस्य आशा करते हैं कि पुलिस जल्द ही छात्रा को सुरक्षित रूप से वापस लाएगी।


निष्कर्ष:

इस घटना ने पारिवारिक संबंधों और मनोवैज्ञानिक प्रभावों को एक बार फिर से उजागर किया है। माता-पिता और बच्चों के बीच संचार और समझ का स्तर बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर जब बच्चे अवसरों और तनाव का सामना कर रहे हों। पुलिस ने इस मामले में अपनी तफ्तीश तेज कर दी है, और परिवार भी अपनी बेटी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना कर रहा है। इस तरह की घटनाओं से यह शिक्षा मिलती है कि बच्चों को समझने और उन्हें सही मार्गदर्शन देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।