पंक्चर वाले मुश्ताक के प्यार में अंधी पूजा: शादी का दबाव पड़ा भारी, प्रेमी ने गला रेतकर की निर्मम हत्या, सिर काटकर बहाया

गुरुग्राम 1 मई 2025:
कभी जिस मुश्ताक अहमद को अपना सबकुछ समझकर पूजा ने रिश्तों की सारी हदें पार कर दीं, उसी ने उसकी जिंदगी को बेरहमी से खत्म कर दिया। एकतरफा प्यार, शादी का दबाव और बदनामी के डर ने मिलकर एक महिला की जघन्य हत्या की कहानी को जन्म दिया, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया है।
हत्या का आरोपी मुश्ताक अहमद मूल रूप से उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के गोरीखेड़ा गांव का रहने वाला है। वह कभी कुटरी गांव में पंक्चर की दुकान चलाता था और बाद में टैक्सी चलाने लगा। इसी बीच पूजा नामक महिला के साथ उसका प्रेम संबंध बना। दोनों दो साल तक गुरुग्राम में सहमति संबंध में साथ रहे।
शादी का दबाव बना जानलेवा
पूजा, जो कि पहले से तलाकशुदा थी और दो बच्चों की मां थी, गुरुग्राम के एक स्पा सेंटर में काम करती थी। वह अपनी बहन के माध्यम से इस काम में आई थी। वहीं उसकी जिंदगी में मुश्ताक आया। शुरू में सब कुछ ठीक रहा, लेकिन जब पूजा ने शादी की मांग शुरू की, तो मुश्ताक ने किनारा करना शुरू कर दिया।
इसी दौरान उसने उत्तराखंड जाकर दूसरी लड़की से शादी कर ली। जब पूजा को इसका पता चला, तो वह सीधे मुश्ताक के गांव पहुंच गई। वहां दोनों के बीच झगड़ा हुआ और मुश्ताक के घरवालों ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया।
सिर काटकर किया शव से अलग, पहचान छिपाने की कोशिश
15 नवंबर 2024 को मुश्ताक, पूजा को बहला-फुसलाकर अपने बहन के घर खटीमा ले गया। अगले दिन वह उसे नदन्ना गांव के पास नाले की ओर घुमाने के बहाने ले गया। वहां मुश्ताक ने पहले पूजा का गला रेत दिया और फिर उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। सिर को प्लास्टिक के कट्टे में डालकर नाले में बहा दिया गया, जबकि धड़ को चादर में लपेटकर नाले के किनारे फेंक दिया गया।
पुलिस को शक न हो और शव की शिनाख्त न हो सके, इसलिए उसने यह निर्मम योजना बनाई थी। लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया — धड़ की बरामदगी हो गई और पूजा के भाई ने दुपट्टे से पहचान कर ली।
पुलिस की कार्यवाही: आरोपी गिरफ्तार, जांच जारी
गुरुग्राम के सेक्टर-5 थाना पुलिस ने नवंबर 2024 में पूजा की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी। जांच में पता चला कि पूजा आखिरी बार मुश्ताक के साथ देखी गई थी। पुलिस टीम ने उत्तराखंड के सितारगंज पुलिस के सहयोग से मुश्ताक को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद मुश्ताक ने अपना अपराध कबूल कर लिया और शव को कहां फेंका, इसकी जानकारी दी। पुलिस आरोपी को लेकर मौके पर गई और वहां से महिला का सिरविहीन शव बरामद कर लिया गया। अब पुलिस पूजा के सिर की तलाश में जुटी है।
प्रेम की आड़ में छल, आर्थिक दोहन की भी कहानी
जांच में यह भी सामने आया है कि पूजा ने मुश्ताक को न केवल प्यार दिया, बल्कि आर्थिक रूप से भी उसकी मदद करती रही। बताया जाता है कि उसने सितारगंज में एक प्लॉट तक मुश्ताक के नाम खरीदकर दिया था। साथ ही समय-समय पर कैश भी देती रही।
लेकिन जब प्रेमिका ने शादी का दबाव बनाया, तो मुश्ताक ने उसे रास्ते से हटाना ही बेहतर समझा। प्रेमिका से पीछा छुड़ाने के लिए उसने ऐसी दरिंदगी दिखाई, जो इंसानियत को शर्मसार कर दे।
पूजा की बहन का बयान: "हमें इंसाफ चाहिए"
पूजा की छोटी बहन, जिसने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी, का कहना है:
"हमने बहन को खुद बुलाया और नौकरी दिलाई। क्या पता था कि उसका अंत इतना भयानक होगा। मुश्ताक को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।"
निष्कर्ष: प्रेम, धोखा और निर्ममता की दिल दहला देने वाली दास्तां
पूजा की हत्या सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे समाज की चेतावनी है कि जब रिश्ते स्वार्थ, लालच और दबाव के भंवर में फंसते हैं, तो उसका अंजाम कितना खौफनाक हो सकता है। यह घटना महिला सुरक्षा, प्रेम संबंधों की पारदर्शिता और कानून व्यवस्था — तीनों पर कई सवाल खड़े करती है।
अब पूरा देश इस मामले में न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है। देखना होगा कि क्या कानून इस दरिंदे को उसकी सजा दिला पाता है या नहीं।