दिल्ली में ₹13,000 करोड़ की ड्रग्स तस्करी का भंडाफोड़: दुबई कार्टेल ने फार्मा कंपनियों का किया इस्तेमाल, पूर्व कांग्रेसी नेता सहित 14 गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने एक बड़े ड्रग्स तस्करी रैकेट का खुलासा किया है, जिसमें दुबई स्थित कार्टेल ने दक्षिण भारत और गुजरात की फार्मा कंपनियों का इस्तेमाल कर 1,289 किलो कोकीन और 40 किलो मारिजुआना दिल्ली में तस्करी की। ₹13,000 करोड़ की कीमत वाले इस मामले में पूर्व कांग्रेसी नेता तुषार गोयल सहित 14 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि 5 फरार हैं।

दिल्ली पुलिस ने एक बड़े ड्रग्स तस्करी रैकेट का खुलासा किया है, जिसमें दक्षिण भारत और गुजरात की कई फार्मा कंपनियों का इस्तेमाल कर दुबई स्थित एक ड्रग्स कार्टेल ने भारी मात्रा में नशीले पदार्थों की तस्करी की। दिल्ली पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट के अनुसार, इस कार्टेल ने दिल्ली में 1,289 किलो कोकीन और 40 किलो हाइड्रोपोनिक थाई मारिजुआना की तस्करी की थी। इस मामले में कुल 19 लोग आरोपी हैं, जिनमें से 14 को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें पूर्व कांग्रेसी नेता तुषार गोयल भी शामिल हैं। शेष 5 आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं।
फरार आरोपियों में दुबई के कारोबारी शामिल
इंडिया एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, फरार आरोपियों में दुबई के कारोबारी वीरेंद्र बसोया, उनके बेटे ऋषभ बसोया (25), रितिक बजाज (36), प्रमोद (50), और विकास राणे (49) शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, ऋषभ बसोया ने मुंबई के ग्राहकों के साथ समन्वय किया, जबकि विकास राणे मारिजुआना को दिल्ली से मुंबई ले जाकर रेव पार्टी में वितरित करने वाला था। प्रमोद ने वित्तीय लेनदेन की देखरेख की।
10 हजार पन्नों की चार्जशीट में बड़ा खुलासा
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को पटियाला हाउस अदालत में 10,000 पृष्ठों से अधिक का आरोपपत्र दाखिल किया। चार्जशीट में पुलिस ने बताया है कि अक्टूबर 2024 में तीन बड़ी रेड की गईं, जिनमें:
- महिपालपुर से 562 किलो कोकीन
- रमेश नगर से 208 किलो कोकीन
- गुजरात के अंकलेश्वर में स्थित आवकार ड्रग्स कंपनी से 518 किलो कोकीन जब्त की गई। इस कंपनी के तीन निदेशक भी गिरफ्तार हुए हैं।
आवकार ड्रग्स में रिफाइनिंग और फार्मा कंपनियों का दुरुपयोग
पुलिस ने बताया कि ये ड्रग्स दक्षिण अमेरिका से दुबई होते हुए भारत आईं और उन्हें पहले Aavkar Drugs में रिफाइन किया गया, फिर फार्मा सॉल्यूशन सर्विस नाम की फार्मा कंपनी के माध्यम से दिल्ली-NCR भेजा गया। पुलिस की जांच अभी भी जारी है।
स्पेशल सेल के मुताबिक, इस मामले में अब तक कुल 1,289 किलो कोकीन और 40 किलो हाइड्रोपोनिक थाई मारिजुआना जब्त किया जा चुका है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में अनुमानित कीमत ₹13,000 करोड़ है। पुलिस ने कहा कि यह सब उस खेप का हिस्सा था जिसे बसोया द्वारा संचालित कार्टेल ने कथित तौर पर तस्करी करके लाया था।
दुबई के रास्ते भारत पहुंची ड्रग्स
बताया जा रहा है कि ये दवाएं दुबई के रास्ते दक्षिण अमेरिका से कई स्थानों पर भारत आई थीं। इन्हें रिफाइन और प्रोसेस करने के लिए सड़क मार्ग से कई खेपों में आवकार ड्रग्स पहुँचना था। फिर इन्हें फार्मा सॉल्यूशंस सर्विसेज के दवा पैकेज के रूप में सड़क मार्ग से दिल्ली-एनसीआर पहुँचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि ये दवाएं फार्मा सॉल्यूशंस सर्विसेज की थीं और आवकार ड्रग्स से आई थीं। यह मामला भारत में ड्रग्स तस्करी के एक बड़े नेटवर्क की ओर इशारा करता है, जिसकी जड़ें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैली हुई हैं।